दबंग शरारती मनचलों की हरकत से छात्रावास छोड़ने पर मजबूर है लड़कियां

  • Sep 28, 2022
  • Arimardan Singh Bhadoriya Reporter

news_image

*दबंग शरारती मनचलों की हरकत से   छात्रावास छोड़ने पर मजबूर है लड़कियां* 


वार्ड पार्षद के बेटों ने ग्रुप के साथ किया हंगामा, पुलिस जीप से छुड़ा ले गए रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष


Hazaribagh:  कुछ दबंग मनचलों की हरकत से कर्जन ग्राउंड स्थित खेल छात्रावास की लड़कियां सहमी हुई हैं. पिछले 23 सितंबर की शाम जो घटना घटी, उसी छात्रावास की गार्ड पिंकी देवी चार दिनों बाद भी भूल नहीं पायी हैं. उन्होंने बताया कि छात्रावास के सामने बास्केटबॉल कोर्ट के पास शाम 5.30 बजे 14 से 17 साल के लड़कों की भीड़ जुटनी शुरू हुई. शाम करीब 6.00 बजे एक लड़के का केक काटा गया. इस बीच बिजली गुल हो गई. फिर करीब 6.30 बजे अंधेरे में हो-हल्ला और मारपीट होने लगी. भद्दे-भद्दे अपशब्दों के तीर चलने लगे.


 *लड़के के हंगामे से सहमीं लड़कियां* 

लड़के आपस में लड़ते हुए छात्रावास के करीब आ गए. उस माहौल से यहां रह रहीं करीब 50 लड़कियां सहम गईं. सभी दहशत में आ गईं. इस बीच कोच ने पुलिस को सूचना दे दी और करीब 7.00 बजे पुलिस बच्चों को जीप में बैठाकर थाने ले जाने लगी. बताया जाता है कि वहां वार्ड पार्षद सुनीता देवी और रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष मंजीत यादव के बेटे मीत यादव (16) और कृष्णा यादव (15) अपने साथी अंशु श्रीवास्तव (15) का जन्मदिन मनाने जुटे थे. वहां अन्य कई लड़के मौजूद थे. पुलिस जीप जैसे ही बस स्टैंड के निकट मुड़कर थोड़ा रूकी, करीब 7.15 बजे रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष ने लड़कों को जीप से उतार लिया. वहां हो-हंगामा होने लगा, तो मौके पर बड़ा बाजार ओपी प्रभारी घनश्याम सिंह भी पहुंचे.पुलिस की कार्रवाई का विरोध

हैरत की बात यह है कि पुलिस जीप से बच्चों को उतारे जाने के बाद भी थाने में इस मामले में किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं की गई. उसके बाद रात करीब 8.00 बजे बड़ा बाजार थाना परिसर में वार्ड पार्षद कई महिलाओं के साथ पहुंच धरने पर बैठ पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगीं. देर रात तक घंटों यह सब मामला चलता रहा. इधर दूसरे दिन मंजीत यादव ने प्रेसवार्ता कर पुलिस की ओर से बच्चों पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई करने का आरोप मढ़ा. उन्होंने कहा कि सभी लड़के नाबालिग थे. पुलिस को उनके साथ मारपीट नहीं करनी चाहिए थी. एएसआई सदरूल खान ने बच्चों को बुरी तरह पीटा. इसी का विरोध करने थाना परिसर में महिलाएं जुटी थीं.


 *छात्रावास के पास मनचलों का अड्डा* 


 वर्षों से कर्जन ग्राउंड स्थित खेल छात्रावास के पास मनचलों का अड्डा लगा रहता है. छात्रावास की वार्डेन, कोच और जिला खेल पदाधिकारी उपवन बारा ने कई बार पुलिस से इसकी शिकायत की. एकाध बार कार्रवाई भी हुई, लेकिन वहां का माहौल नहीं बदला. छात्रावास की लड़कियों का कहना है कि मनचलों की हरकत से आए दिन उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्हें लज्जित होना पड़ता है और हर वक्त भय के माहौल में असुरक्षित महसूस करती हैं.

COMMENTS

ARTICLES BY AUTHOR

Nil Kumar

Columnist

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

लेखक

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक