रघुवर दयाल गोहिया
*सीहोर।( बुधवार को पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री रमेश सक्सेना ने अपने निज निवास पर प्रेस वार्ता आयोजित कर भाजपा सरकार की नई शराब नीति के क्रियान्वयन को लेकर अनेक गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि प्रदेश में अनेकों नीतियां बनती हैं लेकिन सही तरीके से उनका क्रियान्यवयन नहीं होता है। अधिकारी तो नीतियों को लागू करना चाहते हैं लेकिन वह दबाव में हैं। यह सीएम का गृह जिला है और यहां पर उन्हें नेताओं के हिसाब से चलने के निर्देश मिलते हैं।
नई शराब नीति को लेकर उन्होंने कहा कि वह जिला कलेक्टर से अपील करेंगे कि जिले में नई शराब नीति का पूरी तरह से पालन हो। नीति में कहा गया है कि धार्मिक स्थलों और स्कूल, छात्रावासों के निकट बनी शराब दुकानों को हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में खुलेआम अवैध शराब बिक रही है लेकिन अफसर कार्रवाई करने से डरते हैं। उन्हें कार्रवाई न करने के लिए सीएम द्वारा बोला गया है। जिले में भी 50 से अधिक धार्मिक स्थलों के पास शराब दुकानें बनी हुई हैं। इसे लेकर कलेक्टर एक कमेटी बनाएं और इनका निरीक्षण कर इनको हटवाएं और नई नीति का कलेक्टर सख्ती से पालन करवाएं।
श्री सक्सेना ने कहा कि जिले में कई अहाते बिना लाईलेंस के ही चल रहे हैं। नई नीति में शराब दुकानों के पास से अहाते हटाने के नियम आ गए हैं। यहां जिले में कई दुकानों के पास ही लोग शराब पीते हैं और वहीं लौट लगाते हैं। अगर शीघ्र ही जिम्मेदार अफसरों ने शराब नीति का सख्ती से पालन नहीं कराया तो कांग्रेस इसका सडकों पर उतरकर विरोध करेगी। श्री सक्सेना ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जिले में नेताओं को खुली छूट दे रखी है तो वहीं अधिकारियों पर बंदिशें लगा रखी हैं। भाजपा के जनप्रतिनिधि मनमानी पर उतर आये हैं और आमजनता इनसे परेशान हैं।
*विकास यात्रा में जनता दे रही जबाव*
भाजपा सरकार द्वारा निकाली गईं विकास यात्राओं को लेकर श्री सक्सेना ने कहा कि इन 20 सालों में कितना विकास हुआ है जनता खुद जानती है। जनता इन्हें जबाव दे रही है। गांव शहर हर जगह इन यात्राओं का विरोध हो रहा है। प्रदेश में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कमिशनखोरी, मंहगाई चरम पर है। सब जान चुके हैं कि मुख्यमंत्री घोषणा वीर हैं और झूठी घोषणाएं करते हैं। उन्होंने कहा कि आज आमजन भाजपा की नीतियों से परेशान है। किसान, छात्र, छोटे व्यापारी हर वर्ग इस सरकार से त्रस्त हो चुका है। लोग सरकार बदलने का मन बना चुके हैं। क्षेत्र में बिजली अफसर मनमानी बरत रहे हैं। किसानों पर झूठे बिजली चोरी के प्रकरण दर्ज कराए जा रहे हैं। झूठे प्रकरणों में फंसा कर कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। खेतों से अफसर मोटर पंप उठाकर ले जा रहे हैं। किसानों को जेल भेजा जा रहा है। कांग्रेस इसका विरोध करती है। इस दौरान प्रेस वार्ता में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनमें प्रमुख रूप से वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश दयाल चौरसिया, जिला पंचायत सदस्य शशांक सक्सेना, राजाराम कसौटिया बड़े भाई, नईम नबाव, सुरेश साबू, राजीव गुजराती, घनश्याम यादव, भूरा यादव, रानू व्यास, हसीन कुरैशी, इरफान वेल्डर, कल्लू शर्मा, आशीष गेहलोत सहित बडी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।