अतिथि शिक्षकों को होली पर्व पर भी नहीं मिला वेतन, भूखे पेट कैसे पढ़ाएं, घर चलाना हुआ मुश्किल, डीईओ और कलेक्टर से मिडिया के माध्यम से लगाईं गुहार.....

  • Mar 09, 2023
  • Ritesh Katare Balaghat

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रितेश कटरे ब्युरो चीफ पुष्पांजली टुडे न्यूज बालाघाट

शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत बच्चे, देश के इन भविष्य को गढ़ने वाले अतिथि शिक्षकों को महीनों से वेतन नहीं मिला है। हालात यह है कि अतिथि शिक्षकों के सामने घर चलाने की दिक्कत खड़ी हो गई हैं। न वेतन मिल रहा है न वेतन मिलने का आश्वासन। होली पर्व पर भी बड़ी आस और उम्मीद लगाए बैठे अतिथि शिक्षकों को होली पर्व पर भी जनवरी और फरवरी माह का वेतन नहीं मिला है। प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों की स्थिति अच्छी नहीं है। बरसों से खाली पदों पर भर्तियां होना बाकी है। एक ओर भर्तियों को लेकर च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली है लेकिन अभी तक पदों पर भर्ती नहीं की गई है। ऐसे में कक्षाओं में विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम अतिथि शिक्षक कर रहे हैं। मगर स्कूली शिक्षा विभाग इनसे सौतेला व्यवहार बरतने में लगा है। इससे अतिथि शिक्षकों में नाराजगी बढ़ने लगी है। अतिथि शिक्षकों को कालखंड के अनुसार पेमेंट मिलता है जिसमें प्राथमिक शिक्षकों को अधिकतम 5 हजार रुपए, माध्यमिक शिक्षकों को अधिकतम 7 हजार रुपए और उच्च माध्यमिक शिक्षकों को अधिकतम 9 हजार रुपए मिलने का प्रावधान है किन्तु उन्हें पुरा मानदेय भी नहीं मिल पाता है।

डीईओ और कलेक्टर से मिडिया के माध्यम से लगाईं गुहार.....बालाघाट जिले में सैकड़ों सरकारी स्कूल हैं, जिनमें से कई स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के भरोसे मुख्य विषयों की पढ़ाई होती है। इनमें से अधिकांश को जनवरी से वेतन नहीं मिला है। वेतन समय पर नहीं मिलने से सैकड़ों अतिथि शिक्षक प्रभावित हैं। अतिथि शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने इन्हें वेतन दिलवाने के लिए जिला कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा एवं जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी कुमार उपाध्याय से गुहार लगाई है।

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