Education News, Pushpanjali Today, Gujarat
सूरत सिविल अस्पताल में मनोचिकित्सक विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर कमलेश दवे ने बताया कि इन सब छात्रों से बातचीत कर उन्हें समझ रहे हैं। एक-दो काउंसलिंग में अधिकतर छात्रों में परीक्षा का डर समाप्त होकर आत्मविश्वास बढ़ा है। विद्यार्थी को चाहिए कि छह से आठ घंटे की पर्याप्त नींद लें। दिनचर्या नियमित करें।
बोर्ड परीक्षा के दौरान हर साल की तरह इस साल भी बच्चों में एंग्जायटी, घबराहट, सुसाइडल थॉट्स, डिप्रेशन, परफॉर्मेंस एंजाइटी के मामले अस्पताल आ रहे हैं। डॉक्टर के मुताबिक हर बड़े शहर में हर दिन औसतन 60 से 70 बच्चे इस तरह के काउंसलिंग कराने पहुंच रहे हैं।