संवाददाता हेमचंद नागेश कि रिपोर्ट
छुरा। ग्राम पंचायत रानीपरतेवा निवासी 79 वर्षीय जाति राम सिन्हा एवं उनकी 60 वर्षीय पत्नी डेरहिन बाई ने बताया हम घर से बेघर हो चुके हैं।3 साल पहले हमारा घर टूट जाने से हम दोनों विश्वकर्मा समाज के भवन में निवास करते हैं।लेकिन अब समाज के लोग खाली करने बोल रहे हैं।जिससे हम दोनों आर्थिक रूप से परेशान हो गए हैं। मेरे पति भीख मांगने मजबूर हो गए हैं। लेकिन शासन से आज तक हम जैसे बेसहारा लोगों को कोई मदद नहीं मिला है। वृद्धजनों एवं बुजुर्गों के लिए सरकार अनेक योजनाएं गिनाते हैं।लेकिन हम लोगों को भीख मांगना पड़ रहा है। इस बात की जानकारी गरियाबंद जिले के इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी संरक्षक सदस्य समाजसेवी मनोज पटेल को होने पर उन्होंने तहसील कार्यालय पहुंचकर क्षतिग्रस्त मकान की जानकारी लिया। वही मकान हानि होने पर 95,100 रूपए प्रति आवास अनुदान सहायता राशि शासन द्वारा दिया जाता है। किंतु यह राशि की मदद जाति राम सिन्हा एवं उनकी पत्नी डेरहिन बाई को नहीं मिल पाया है।मनोज ने गांव के कोटवार यशवंत सागर से भी जानकारी लिया तो उन्होंने भी बताया आज तक मुझे इन लोगों की मदद की जानकारी नहीं मिला है।मेरे जानकारी में इन लोगों को मकान हानी राशि नहीं दिया गया है।जिस पर समाजसेवियों ने शासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए बेसहारा बुजुर्ग परिवार की मदद करने अपील किये है।