ज्योतिबाराव फुले ने सामाजिक और शिक्षा पर समाज को जागृत करने की प्रेरणा दी : मंत्री डॉ.अरविंद सिंह

  • Apr 11, 2023
  • Pankaj Tripathi State Head (M.P)

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 पुष्पांजली टुडे न्यूज


महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा राव फुले की 197 जयंती मनाई


महात्मा ज्योतिबा फुले के विचार और सिद्धांत समाज तक पहुंचाएं पूर्व सांसद रघुराज शाक्य


भिण्ड । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मध्य प्रदेश सरकार में सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया ने महान समाज सुधारक, महान क्रांतिकारी परम पूज्य महात्मा ज्योतिबा राव फुले जी की 197 वी जयंती के उपलक्ष्य में कलश मैरिज गार्डन, पुरानी रेलवे लाईन, रेमजापुरा रोड भिंड में जयंती जनसमूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

मंत्री डॉ भदौरिया ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले का समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए हम सबको प्रेरणा दी। कहा कि भिंड भूमि संतों की भूमि है जहां उनका पूर्ण सम्मान किया जाता रहा है यही भाव हम सबके मन में जागृत होना चाहिए और उन्होंने अध्यात्मिकता को भी आगे बढ़ाने का काम किया।भाजपा के वरिष्ठ नेता इटावा के पूर्व सांसद रघुराज शाक्य ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले ने बाल विवाह के दुष्परिणामों को लेकर वो लोगों को जागरूक करते रहे। गरीबों और दलितों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए ज्योतिबा फुले आजीवन संघर्ष करते रहे। उन्होंने 1873 'सत्यशोधक समाज' की स्थापना की। सामाजिक न्याय के प्रति उनके संघर्ष को देखते हुए 1888 में उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई।

मध्य प्रदेश बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष दर्जा राज्यमंत्री प्राप्त डॉ राजकुमार सिंह कुशवाह ने समस्त समाज के लोगों  आग्रह किया कि 11 अप्रैल को उनकी जयंती पर हम सब एकत्रित होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करें। भारतीय जनता पार्टी कि केंद्र और राज्य सरकार पिछड़ा वर्ग समाज के लिए और अनेकों योजनाओं को उनके घर तक पहुंचाने के लिए कार्य किया है हमारी सरकार जनहित ऐसी सरकार है और महात्मा ज्योति राव फुले आध्यात्मिक विचारों को समाज तक पहुंचाने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि पिछड़े लोगो के लिए काम करते हुए उन्होंने ही उनके लिए दलित शब्द का प्रयोग किया। उन्होंने महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज की स्थापना की जिसका उद्देश्य दलित लोगों को न्याय दिलाना और उन को शिक्षा के प्रति जागरूक करके उत्पीड़न रोकना था।

उन्होंने कहा कि ज्योतिबा फुले (ज्योतिराव गोविंदराव फुले) को 19वी. सदी का प्रमुख समाज सुधारकों में माना जाता है। उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरूतियों को दूर करने के लिए सतत संघर्ष किया। अछुतोद्वार,नारी-शिक्षा, विधवा - विवाह और किसानो के हित के लिए ज्योतिबा ने उल्लेखनीय कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि उनका जन्म 11 अप्रैल  1827  को सतारा महाराष्ट्र , में हुआ था। उनका परिवार बेहद गरीब था और जीवन-यापन के लिए बाग़-बगीचों में माली का काम करता था। उन्‍होंने विधवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए काफी काम किया। उन्होंने इसके साथ ही किसानों की हालत सुधारने और उनके कल्याण के लिए भी काफी प्रयास किये। स्त्रियों की दशा सुधारने और उनकी शिक्षा के लिए ज्योतिबा ने 1848 में एक स्कूल खोला। यह इस काम के लिए देश में पहला विद्यालय था।

उन्हें इस प्रश्न का उत्तर नहीं सूझता कि - इतना बड़ा देश गुलाम क्यों है? गुलामी से उन्हें नफरत होती थी। उन्होंने महसूस किया कि जातियों और पंथो पर बंटे इस देश का सुधार तभी संभव है जब लोगो की मानसिकता में सुधार होगा।उनका मानना था कि माताएँ जो संस्कार बच्चो पर डालती हैं, उसी में उन बच्चो के भविष्य के बीज होते है. इसलिए लडकियों को शिक्षित करना आवश्यक है।

बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर महात्मा ज्योतिबा फुले के आदर्शों से बहुत प्रभवित थे और उन्होंने कहा था । उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार महात्मा ज्योतिबा फुले के विचार और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए समाज को जागृत कर उनके विकास के लिए योजनाओं को संचालित कर रही है कांग्रेश ने वर्षों तक अनुसूचित जाति समाज का तुष्टीकरण नीति चलाकर शोषण किया भारतीय जनता पार्टी ने समाज को पूर्ण सम्मान देकर उन्हें अपना नेतृत्व देकर समाज सेवा के लिए कार्य सौंपा। इस अवसर पर समाज सेवा के क्षेत्र में काम कर रहे देवेंद्र सिंह भदौरिया दद्दा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए समाज को जागृत किया। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनिल कटारे, जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह भदौरिया,जिला पंचायत अध्यक्ष कामना सिंह भदौरिया,जिला उपाध्यक्ष शिवराज सिंह यादव,थान सिंह भदौरिया, विजय सिंह कुशवाह, प्रमुख रूप से मंचासीन थे।

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