सहकारिता विभाग के कार्यपालिक कर्मचारियों द्वारा वेतन विसंगतियों एवं पदोन्नति के संबंध में सहकारिता मंत्री को ज्ञापन सौंपा

  • Apr 11, 2023
  • Pankaj Tripathi State Head (M.P)

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 पुष्पांजली टुडे न्यूज


भिण्ड । सहकारिता विभाग के कार्यपालिक कर्मचारियों को अन्य विभागों के कार्यपालिक कर्मचारियों की भांति वेतनमान, पद नाम, अवांछित पद संवर्ग के विलोपन तथा  राजपत्रित घोषित किए जाने के संबंध में सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया को संघ ने ज्ञापन सौपकर अपनी मांगे रखी।कर्मचारियों की द्वारा रखी गई मांगे :-

(1) यह कि हम सभी कर्मचारी कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाए म०प्र० भोपाल के अधीन तृतीय वर्ग के कार्यपालिक श्रेणी के कर्मचारीगण हैं । (2) यह कि राजस्व विभाग की भांति सहकारिता विभाग में सहकारी निरीक्षक संवर्ग, म०प्र० लोक सेवा आयोग से चयनित सीधी भर्ती के साथ - साथ उप अंकेक्षक से पदोन्नति के द्वारा भी भर्ती का पद है।

(3) यह कि राजस्व विभाग के विपरीत सहकारिता विभाग में सीधी भर्ती / पदोन्नति से भरे जाने वाले पदों में निम्न विवरण अनुसार न केवल पदक्रम की संख्या अधिक है वरन् पदों की रिक्तता के बावजूद अराजपत्रित पदों में पदनाम दिए जाने की प्रक्रिया भी शून्यवत है जिसका खामियाजा हम सभी कार्यपालिक कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है ।

(4) सहकारिता विभाग में तिलहन संघ से आये हुये उप अंकेक्षकों के वेतन की विसंगति बहुत समय से बनी हुई है इनमें से अनेक कर्मचारी सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं इनकी वेतन विसंगति शीघ्र दूर की जाने की मांग की है ।

उक्त विवरण अनुसार सहकारी निरीक्षक तथा अगली पदोन्नति का पदक्रम वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक का ग्रेड पे इस समय एक समान 3600 रु० है जो प्राकृतिक न्याय सिद्धान्तों के अनुक्रम में भी उचित नहीं है। म.प्र. राजपत्र ( असाधारण) में दिनांक 8 दिसंबर 2022 को प्रकाशित मध्यप्रदेश राज्य सहकारी (राजपत्रित) सेवा भर्ती तथा सेवा की शर्तें नियम, 2022 के अनुसार सहायक आयुक्त (राजपत्रित) के पद पर अंकेक्षण अधिकारी/ वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक द्वारा 6 वर्ष की सेवा पर पदनाम दिए जाने का प्रावधान है जिसका लाभ नहीं दिया जा रहा है। उक्त विषमताओं को दूर करने हेतु हमारी मांग है कि:-

(a) उप अंकेक्षक का वेतन ग्रेड-पे रू. 3200 /- किया जावे।

(b) वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक के पद को समाप्त कर अंकेक्षण अधिकारी के पद में संविलयन किया जावे तथा सहकारी निरीक्षक के 3600 ग्रेड-पे के पद को राजपत्रित घोषित किया जावे।

(c) पदोन्नति से वंचित कार्यपालिक कर्मचारियों को समयमान वेतनमान के अनुक्रम में पदनाम दिया जावे ।

(4) विभागीय परीक्षा के द्वारा उप अंकेक्षक पद से सहकारी निरीक्षक पद पर भर्ती का अनुक्रम नियत

किया जावे।

हम सभी कार्यपालिक कर्मचारियों को भारतीय संविधान के तहत् प्रदत्त समानता के अधिकार का लगातार उल्लंघन हो रहा है। हमारे साथ शासन की सेवा में एक ही समय पर राजस्व विभाग के चयनित नायब तहसीलदार आज की स्थिति में डिप्टी कलेक्टर से संयुक्त कलेक्टर के पद का निर्वहन कर रहे है जबकि सहकारी निरीक्षक / वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक आज भी वरिष्ठ पद क्रम के लाभ से वंचित है।

हम सभी कार्यपालिक कर्मचारियों की अनुरोध भरी मांग है कि हमारी उक्त वाजिब मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए हमें भी अन्य विभागों के कार्यपालिक कर्मचारियों की भांति हित लाभ प्रदान किया जाए।

यदि हमारी मांगों का निराकरण नहीं होता है तब ऐसी स्थिति में प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार एक सप्ताह बाद से सभी कार्यपालिक कर्मचारी काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे एवं उसके पश्चात् धरना प्रदर्षन एवं आंदोलन करेंगे।

ज्ञापन कर्ताओं में मुख्य रूप से वरिष्ठ  सहकारी निरीक्षक डी.के. भटनागर, वरिष्ठ सहकारी निरीक्षक कमलसिंह गार्डे, सहकारी निरीक्षक राकेश शर्मा, सहकारी निरीक्षक आलोक नायक, सहकारी निरीक्षक सुरेश सिंह, सहकारी निरीक्षक आर. के. जैन, सहकारी निरीक्षक संजय श्रीवास्तव, सहकारी निरीक्षक माताप्रसाद,उप अंकेक्षक विनय यादव आदि।

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