ज्ञान का सम्बर्धन करती है मथुरा लीला

  • Apr 14, 2023
  • Pushpanjali Today

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राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अम्बरीष शर्मा द्वारा आयोजित भागवत ज्ञान यज्ञ में गाया भजन-मीठे रस से भरो री राधा रानी लागे मोह मीठा मीठा सरयू जी का पानी लागे

लहार-

   नगर के उपाध्याय गार्डन में प्रदेश कार्य समिति सदस्य अम्बरीष शर्मा गुड्डू भैया द्वारा आयोजित भागवत ज्ञान यज्ञ में आज भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिब कैलाश विजयवर्गीय जी पहुँचे जिनका युवा नेता नेता ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ भव्य स्वागत किया एवम नगर के लोगों ने पुष्प वर्षा कर कैलाश विजयवर्गीय जी का अभूतपूर्व स्वागत किया इस मौके पर कथा स्थल पर राष्ट्रीय महासचिब कैलाश विजयवर्गीय ने गाया भजन मीठे रस से भरो री राधा रानी लागे मोह मीठो मीठो सरयू जी का पानी लागे इसके बाद जब बो गए तो पत्रकारों के सबाल पर बोले कि में अपने छोटे भाई गुड्डू की भागवत में शामिल होने आया हूँ इसलिए आज सिर्फ धार्मिक बात ही करूंगा।इसके बाद बो पुनः ग्वालियर रबाना हो गए।इसके बाद भागवत सप्ताह कथा ज्ञान यज्ञ के छठवें दिवस की कथा का विस्तार से विवेचन करते हुए परम श्रद्धेय पूज्य चिन्मयानंद बापू ने कहा कि प्रभु श्री कृष्ण की मथुरा लीला जीव के हृदयान्धकार को नष्ट कर ज्ञान का विकास करती है। जिस ज्ञान के माध्यम से जीव पूर्ण ब्रम्हा श्रीकृष्ण से साक्षात्कार करता है मथुरा लीला प्रसंग का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि परमात्मा श्रीकृष्ण ने अपनी मथुरा लीला ने में अज्ञान रूपी कंस का उद्धार कर ज्ञान का सम्बर्धन किया। यहाँ तक कि साक्षात् बृहस्पति के शिष्य उद्धव जी के ज्ञान को प्रभु ने गोपियों के द्वारा भक्त्ति का चादर उड़ाकर परिपूर्ण किया। स्वयं परमात्मा श्रीकृष्ण ने अपनी मथुरा लीला में ही गुरू सान्दीपनि के सान्निध्य में चौसठ दिनों तक रहकर ज्ञान प्राप्त किया अतः प्रभु की मथुरा लीला श्रवण करने मात्र से भक्त्त के हृदय में ज्ञान का उदय होता है। उन्होंने बताया कि यदि बिद्यार्थी अपने अध्ययन काल में यदि प्रभु की मथुरा लीला को श्रवण करता है तो निश्चित रूप से विद्या के क्षेत्र में उसे अभूतपूर्व सफलता प्राप्त होती है विशेष महोत्सव के रूप में श्री रूक्मिणी विवाह महोत्सव बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया इस प्रसंग पर विस्तार से व्याख्यान देते हुए आचार्य श्री ने कहा कि श्री रूक्मिणी जी ने अपने जीवन में किये हुए सत्कार का फल केवल प्रभु को ही माँगा।जिसको कि प्रभु श्री द्वारिकाधीश ने स्वयं रूक्मिणी के कुणिनपुर जाकर रूक्मिणी को प्रधान पटरानी बनाकर पूर्ण किया यह पवित्र प्रसंग हम सबको शिक्षा प्रदान करता है हमें जीवन में किये हुए सत्कार के फल के रूप में प्रभु की ही आचना करनी चाहिए इस मौके पर कथा पारीक्षत श्रीमति अरुणा नरेश चन्द्र शर्मा जी द्वारा सभी भक्तों से अपील की गई कि कथा अमृतपान कर अपने जीवन को सफल बनायें।


ये रहे मौजूद


गुरुवार की कथा में महामंडलेश्वर स्वामी बालिकानंद जी महाराज, पूर्व सांसद रामलखन सिंह, पूर्व सांसद भागीरथ प्रसाद,लश्करी महंत जिला पंचायत उपाध्यक्ष दतिया,पूर्व विधायक अटेर हेमंत कटारे,श्रीमति प्रतिभा अनूप शर्मा,राजेश शुक्ला महाधिवक्ता ग्वालियर,डॉ विजय शर्मा,डॉ दिलीप भदौरिया,सुरेंद्र पाल,जितेंद्र जी गुर्जर संगठन मंत्री भोपाल,शैलेन्द्र जी बरुआ,सीताराम शर्मा,जगदम्बा प्रसाद शर्मा, मनोज जी शर्मा,प्रकाश नारायण शर्मा, राकेश शर्मा,ऊषा कमलेश दीक्षित, स्वतंत्र समाधिया,नीतेश भारद्वाज पप्पू,कमलेश कुशवाह,राजेन्द्र कौरव,सत्येंद्र बैद उरई, सन्तोष नगायच,हरविलास शर्मा,आशुतोष शर्मा,अयोध्या प्रसाद शर्मा,प्रकाशनारायण उरई, दिनेश शुक्ला जी,रामेश्वर दयाल उपाध्याय,अनूप पाठक,अंजनी कुरचानिया,प्रकाश उपाध्याय बरहा, रमेश उपाध्याय बरहा,पूनम विवेक पाराशर, माधो शर्मा,विजय शर्मा,पूजा बिहारी चौधरी,सालिगराम त्रिपाठी,कृपाल बघेल,मुनेश बघेल,जितेंद्र बौहरे,केश शर्मा,कप्तान सिंह राठौर,सुमित पांडेय,अशोक शिवहरे ठेकेदार,अजयपाल सिंह,कंछेदी लाल बघेल,गोपाल कुशवाह,बिनय शर्मा,अशोक शर्मा, सुमित पाण्डेय, श्यामू थापक,दीपक चौधरी,सन्तोष सरपंच छिदी, बिकास बिरथरे,अमित गुप्ता ग्वालियर, पिक्कू उपाध्याय,टोनी श्रीवास्तव आदि सैकड़ा भक्तजन मौजूद रहे ।

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