महिलाओं द्वारा लिखित कविताओं की पुस्तक का विमोचन

  • Apr 21, 2023
  • Pushpanjali Today

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जीतो बैंगलुरु नार्थ महिला विंग का आयोजन

बेंगलुरू :जीतो बैंगलुरु नार्थ की महिला विंग द्एवं केकेजी जोन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित काव्य लेखन प्रतियोगिता में प्राप्त हुई सैकडो कविताओं में से चुनिंदा कविताओं को एक पुस्तक में संग्रहित कर उस पुस्तक का विमोचन राजाजीनगर स्थिर जीतो कार्यालय में किया गया। मानवीय संवेदनाओं, सामाजिक मूल्यों, रिश्तों की कशमकश जैसे पहलुओं पर आधारित कविताओं के संग्रहण वाली इस पुस्तिका का विमोचन जीतो अपेक्स, केकेजी जोन व बैंगलुरु के पदाधिकारियों ने किया।जीतो बैंगलुरु नार्थ की महिला विंग अध्यक्ष बिन्दु रायसोनी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि काव्य लेखन प्रतियोगिता में देश-विदेश से प्राप्त प्रविष्टियों में से चुनिंदा कविताओं का संग्रहण इस पुस्तक में किया गया है इस मौक़े पर अपेक्स महिला उपाध्यक्ष अर्चना सुराणा ने कहा कि आज नारी को अपना सर्वस्व इस समाज में कायम रखना है | प्रतिभा संपन्न नारी समाज या राष्ट्र की वास्तविक संपदा होती है| घर और बाहर दोहरी ज़िंदगी पर खड़ी नारी अपनी भावनाओं का अथाह समंदर जब कलम बन कागज पर शब्दों में उकेरती है तब इतिहास बन जाता है। आज का दिन जीतो के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज होगा की प्रतियोगिता के माध्यम से एक काव्य संग्रह पुस्तक का विमोचन हुआ। केकेजी ज़ोन अध्यक्ष अशोक सालेचा ने शुभकामनाएँ संप्रेषित की एवं महामंत्री दिलीप जैन ने नारी सम्मान पर चंद पंक्तिया सुनाते हुए कहा कि काव्य लेखन हेतु किसी कवि की वह शक्ति सामने आती है जिससे काव्य रचना में जीवंतता आती है। केकेजी ज़ोन ऐसे आयोजनों द्वारा नारी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के संकल्प को निभा रहा है।केकेजी जोन महिला विंग संयोजक यश्मा जैन ने कहा कि काव्य लेखन द्वारा समाज व देश की समस्याओं को महसूस कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर भारत के स्वर्णिम अतीत में देखे तो प्रतिभाओं की बहुलता के कारण ही भारत समृद्ध, खुशहाल और ज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी है। इस अवसर पर जीतो बेंगलोर नॉर्थ के अध्यक्ष इंदरचंद बोहरा ने महिलाओं को लक्ष्मी, दुर्गा, शारदा की उपमा देते हुए कहा कि ये सब नारी के रूप है जो समय आने पर अपना दायित्व निर्वहन करती है। कठिन परिस्थिति में सदा ढाल बन समाज राष्ट्र और परिवार को सुरक्षित करती है।जीतो अपेक्स के पूर्व उपाध्यक्ष पारस भंडारी ने कहा कि महिला विंग के प्रत्येक आयोजन की सफलता हेतु प्रोत्साहित करना चाहिये। उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि काव्य संग्रह में मानवीय संवेदनाओं, सामाजिक मूल्यों, रिश्तों की कशमकश सहित विभिन्न पहलुओं की कविताएं शामिल है जो अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने प्रत्येक साधर्मिक परिवार को ऊँचा उठाने में मानव संवेदनाओं की प्रेरणा दी । पूर्व महिला विंग अध्यक्ष निशा सामर, अनिता पिरगल एवं साउथ महिला विंग अध्यक्ष सुनीता गांधी, नार्थ युवा विंग अध्यक्ष मनीष कोठारी महामंत्री ख़ुशी पोरवाल इत्यादि ने भी विचार रखे। काव्य लेखन के विजेताओं की घोषणा पारस भंडारी, इंदरचंद बोहरा, अर्चना सुराणा व यश्मा जैन ने की।शीर्ष में नीतू दोषी (इरोड-तमिलनाडु), “भीख नहीं, अधिकार मांगती हूं”, शीतल शाह (बेंगलुरु) “हौसलों की दर्जी”, संगीता बोहरा (हैदराबाद) “हकदार है वह”, डॉ मुन्नी देवी जैन (गोरेगांव) “आज की नारी : सब पर भारी”, रुचिका योगेश बाकलीवाल (नासिक) “दुविधा”, ममता सुराणा (भायखला-मुंबई) “संपूर्णता की उत्कृष्ट प्रतिनिध”, ममता चोपड़ा (पाली-राजस्थान) “अन्तर-द्वंद्व”, नीता अनुपम रुणवाल (विजयपुरा-बीजापुर, कर्नाटक) “तू बन शिखर-तू दीप शिखा बन”, लता बोथरा (बेल्लारी) “संस्कारों का बीजारोपण तुझसे”, ममता सिंघी (विराटनगर-नेपाल) “कोई विशेष "डे" नहीं जरूरी”, मेनका फत्तेहपुरिया (नागपुर) “अजी, सुनते हो”, प्रगति जितेंद्र बच्छावत 'प्रीत' (मुम्बई) “मैं भारतीय नारी हूं”, स्वीटी विशाल जैन (पुणे)  शामिल रहे। प्रायोजक कोहिनूर ग्रुप के संघवी घेवरचन्द अशोककुमार सालेचा परिवार पचपदरा - बेंगलोर वालों की तरफ़ से सभी संभागी प्रतियोगी को पुस्तक भेट की गई एवं विजेताओं को केजेज़ी ज़ोन की तरफ़ से पुरस्कार राशि प्रदान की।कार्यक्रम का शुभारम्भ नवकार मंत्र से हुआ। सहमंत्री पिंकी मेहता ने ऑडियो वीडियो द्वारा जीतो नॉर्थ की गतिविधियों को प्रस्तुत किया। काव्यसृजन पुस्तक टीम भाविका कोठारी, शीतल शाह, लक्ष्मी बाफ़ना, भूपेन्द्र भानावत, रवि सामरा द्वारा इस काव्य सृजन यात्रा का विवरण दिया गया। संचालन भाविका कोठारी ने किया एवं महामंत्री सुमन वेदमुथा ने धन्यवाद दिया राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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Nil Kumar

Columnist

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

लेखक

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक