भविष्य में निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध तदनुरूप कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी
दमोह। राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों के तहत कार्यों / योजनाओं के कार्यान्वयन तथा उपलब्धियों की समीक्षा इत्यादि के संदर्भ में समय-समय पर कलेक्टर एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समीक्षा बैठक ली जाती हैं। इन आयोजित बैठकों में समय पर उपस्थिति अपेक्षित होती है, किंतु अनेक अवसरों पर पाया गया है कि अधिकारीगण स्वयं नियत समय पर उपस्थित न होकर विलंब से उपस्थित होते हैं अथवा वे अपने विभागीय प्रतिनिधि को बिना कोई पूर्व सूचना के बैठक हेतु भेज देते हैं, जो कार्यवाही संचालन में बाधक बनती है। कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कहा है समस्त अधिकारी सहमत होंगे कि समय पर उपस्थिति शासकीय सेवा का अनिवार्य अंग है और इसका पालन न होना संबंधित की अनुशासन प्रियता पर प्रश्न उपस्थित करता है। यह भी देखा गया है कि कतिपय अधिकारी बिना पूर्व स्वीकृति के अथवा अवगत कराए बिना मुख्यालय से बाहर चले जाते हैं साथ ही मोबाइल रिसीव नहीं करते हैं, यह भी अनुशासनहीनता का घोतक है। इस संबंध में कलेक्टर अग्रवाल ने निर्देशित करते हुए कहा है कि जिला अधिकारीगण बिना कलेक्टर की अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे, साथ ही व्हाट्सएप पर दिए गए निर्देशों का तत्काल वस्तु स्थिति से अवगत कराएंगे। अनुविभाग स्तर के अधिकारी-कर्मचारी बिना अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की अनुमति के मुख्यालय से बाहर प्रस्थान नहीं करेंगे। विभिन्न आयोजित बैठकों/ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग इत्यादि में बिना अनुमति अनुपस्थित रहने पर अनुशासन हीनता मानी जाएगी। उन्होंने समस्त अधिकारियों से अपेक्षा की है कि उक्त संबंध में पूर्ण सजग रहेंगे तथा भविष्य में निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध तदनुरूप कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी, जिस हेतु वे स्वतः जवाबदेह होंगे।