गौरीशंकर कुशवाहा
नई शराब नीति का खुले आम बन रहा मजाक,पुलिस प्रशासन
ने ओढ़ी खामोशी की चादर
देवेंद्र नगर
इन दिनों देवेंद्र नगर पुलिस प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल खोलती कई तस्वीरें आमजन में सुर्खियों का विषय बनी हुई हैं। अभी कुछ दिनों पहले प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने नई शराब नीति लागू करते हुए सभी तरह के अहाते और मयखानों पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया था जिसका साफ मकसद शराबखोरी पर आंशिक प्रतिबंध लगाना था परंतु नगर की थाना प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली से इन दिनों शराब की दुकान के आस पास और नगर के पास स्थित ढाबों में शाम होते ही सुरा प्रेमियों का जमघट लगने लगता है और देर रात तक जाम छलकते देखे जा सकते हैं। और यही लोग नशे में धुत होकर जब निकलते है तो दुर्घटनाओं में इजाफा होता है ।नियमानुशार तो ढाबों और शराब की दुकान के नजदीक हथठेलों में नियमित गस्त के माध्यम से इन सतर्कता बरती जानी चाहिए परंतु स्थानीय पुलिस प्रशासन कितना मुस्तैद है ये छलकते जामो की तस्वीरे खुद ब खुद बयां करती है।
अभी बीते दिनों रास्ते में खड़े ट्रैक से टकराकर 3 नवयुवकों की दर्दनाक मौत हुई थी जिसकी मुख्य दो वजहें थीं पहली बाइक सवारों का अत्यधिक नशे में होना और दूसरा ढाबों के सामने बेतरतीब खड़े वाहन। कई ढाबे ऐसे है जिनके पास वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण चालक अपना वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही पार्क कर देते है जो दुर्घटना की वजह बनते है इस और भी पुलिस प्रशासन की शायद ही कभी नजर गई हो।
आमजन पुलिस प्रशासन के इस ढुलमुल रवैए से अच्छे खासे नाराज बताए जा रहे हैं पर पुलिस के कोप का भाजन न बनना पड़े इसलिए खुल कर पुलिस के इस रवैए का विरोध नहीं कर पा रहे है।
जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस ओर ध्यान देने की सख्त जरूरत है ताकि सामाजिक व्यवस्था बेहतर बनी रहे और दुर्घटनाओं में कमी आए