गर्मी के विकराल स्थिति लोग तरस रहे बूंद-बूंद पानी को विभाग सिर्फ खानापूर्ति करें में लगे हैं।

  • May 18, 2023
  • Lekhraj Chakradhari Gariyaband

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संवाददाता हेमचंद नागेश कि रिपोर्ट


गरियाबंद :- गरियाबंद जिले के ऐसे कई ब्लॉक हैं जहां लोग पानी के लिए भटक रहे वही मैनपुर क्षेत्र के फरसरा जैसे कई गांवों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है और खुद अमला झीलों तक पानी पहुंचाना नाकाम है। मिलो दूर चल कर पानी लाते हैं वही समझते हैं पानी की कीमत क्या होती है इसे प्रकार ग्रामसरा के ही आदिवासी कमार ग्रामीण जानते हैं।ग्राम फरसरा के एक मात्र सरकारी कुआं पुरी तरह सुख चुका है।

मजबूरन अटके को दूसरे गांव के ट्यूबवेल से टैंकर में पानी भरकर ग्राम फरसरा लाकर सुख गए कुआं को पानी से भरा जा रहा है। तहसील मुख्यालय मैनपुर से 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत दबनई के आनुपातिक ग्राम फरसरा में इन दिनों पीने के पानी को लेकर लोगों को काफी जद्दोजहद कर रही है। ऐसा नहीं की स्थिति की जानकारी संबधित विभाग व जिला के आधे अधिकार को न हो सभी ग्रामीण पानी की समस्या से अवगत करा रहे हैं लेकिन क्यो यह स्थिति को समझ कर शुद्ध पीने के लिए पानी व्यवस्था नहीं करवा पाती जिला प्रशासन शुध्द प्राधिकार जारी नियम में अपने किमती वोटो से फिर हूए जनप्रतिनिधियों के प्रति कतार लग रही है क्योकि समस्या से कई बार सांसद व अन्य जनप्रतिनिधियो को भी अवगत करा दिया गया है लेकिन समस्या का अब तक समाधान नहीं हो पाया है।ग्राम फरसरा की आबादी लगभग 430 के आसपास है और यह विशेष पिच्छडी कमर जनजाति के साथ सभी समाज के लोग भी निवास करते हैं। गांव में कहने को तो 14 से ज्यादा हैडपम्प है, लेकिन अधिकाश हैडपम्पों से आयरन युक्त लाल पानी वाली सड़कों के कारण इसे फॉलो करें तो डरकर खाना बनाना भी मुश्किल हो गया है। इस समस्या से कई बार पीएचई विभाग के अधिकारी अवगत रहते हैं। हर बार सौर सुजला योजना से प्रक्षेप आपूर्ति करने की बात कही जाती है लेकिन अब तक ठोस पहल नहीं की गई है। पंचायत के सरपंच घनश्याम मरकाम, युवा पंच रोशन राठौर एवं प्रावधानों ने बताया कि ग्राम फरसरा में वर्षो से ग्रामों की गंभीर समस्या है अधिकांश हैडपंपों से लाल पानी आयरन युक्त पानी का चयन है जिसके कारण इस पानी का उपयोग ग्रामीण नहीं कर रहे हैं। एक हैडपम्प में मोटर लगातार पानी का आवंटन कर रहा है जिसका उपयोग ग्रामीण कर रहे हैं लेकिन गांव बहुत बड़ा होने के कारण गांव में सुख पहुंच कुआ में टैंकर से पानी लाकर डाला जा रहा है। ग्राम पंचायत के पास इतनी मदद नहीं रहती है कि वह प्रिया की व्यवस्था दुरूस्थ कर सके इसलिए समझौता समाधान तो पीएचई विभाग को करना चाहिए। 

अधिकारी-लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के गरियाबंद सब इंजीनियर बी.एस.यादव सभी इंजीनियर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने बंद कर दिया। ग्राम पंचायत दबनी के पंच और युवा कांग्रेस नेता ने कई बार पानी की समस्या से अवगत कराया है। अधिकारी और नेता हमारे गांव की तरफ ध्यान क्यों नहीं देते, समझ से परे है। उन्होंने लगभग 10 से 12 बार इस बारे में बताया कि उन्होंने इस मामले की जानकारी आला अधिकारियो को दी गई है।

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Nil Kumar

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आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

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आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक