आदमी को जब रक्त की जरूरत महसूस होती है तो यहां से वहां भागने लगता है ,मगर वो भूल जाता है कि जिस हीरे की तलाश में वो भागदौड़ कर रहा है उस हीरे की पूरी खान तो उसके पास ही मौजूद है । मगर वह यह देखना नही चाहता,उसे तो बना बनाया चाहिए ।
खुद सक्षम होते हुए भी रक्तदान नही करना चाहता फिर रक्त उसे कहा से मिलेगा अगर आप रक्तदान करने में सक्षम है तो रक्तदान करे अगर हर मनुष्य ऐसा विचार करने लगे और रक्तदान को अपने जीवन मे बस 3 महीने, 6 महीने या 12 महीने में रक्तदान करना ही नियम धारण कर ले फिर देखे कभी रक्त की कमी महसूस नही होगी जहां भी जरूरत होगी सामने से रक्त मुहैया कराया जाएगा । अगर आप रक्त यूनिट चाहते है तो उसके बदले आप रक्त दान अवश्य करे आइये मिलकर आगे बड़े आप ओर हम सभी रक्तदान करे । पाली जिले के धनला गांव से सुशील भायल ने अपना जन्म दिवस हर साल रक्तदान करके मनाता है उनको बहुत अच्छा लगता है । सीरवी समाज में सुशील भायल एक रक्तयोदा के नाम से जाने जाते है । इस बार सुशील भायल ने मनुष्य जन्म को सफल बनाने के लिए अपनी