मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर, एसडीएम, एसडीओपी ने क्षेत्र का किया निरीक्षण

  • Jun 28, 2023
  • Pushpanjali Today

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दादा कोटेश्वर महादेव का हुआ जलाभिषेक


लांजी- लांजी क्षेत्र मे विगत 3 दिनों से लगातार बारिश के चलते क्षेत्र के सभी नदी नाले उफान पर है, जिसके चलते बाढ जैसी स्थिती निर्मित हो गई है। क्षेत्र में 25 जून को मानसून से दस्तक दी और यह दस्तक ऐसी रही कि 25 जून से लेकर समाचार लिखे जाने तक लगातार जारी है। रूक रूक कर हो रही बारिश से खेत खलियान सहित नदी नालो मे सभी जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है। क्षेत्र के कुछ छोटे नदी नाले 26 जून की रात्रि से हो रही तेज बारिश के चलते उफान पर आ गये है तो वहीं कुछ रास्ते जिसमे सेवती सिंगोला मार्ग पर सावरीकला चिखलामाली के बीच पडने वाले नाले पर पानी होने के आवागमन बाधित हुआ तो वही लांजी सालेटेकरी मार्ग पर कटंगनाले पर भी पानी चढ जाने मार्ग अवरूद्ध होने की जानकारी प्राप्त हुई है।


एसडीएम, एसडीओपी सहित स्थानीय प्रशासन ने किया क्षेत्र का निरीक्षण


क्षेत्र मे हो रही लगातार बारिश के साथ प्रशासन भी अलर्ट मे आ चुका है तथा मुस्तैदी के साथ पुलिस एवं राजस्व के अधिकारी जिनमे एसडीएम प्रदीप कुमार कौरव, एसडीओपी दुर्गेश आर्मो, तहसीलदार अजय श्रीवास्तव, थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी, बहेला थाना प्रभारी सहित पुलिस बल एवं राजस्व से आर आई, पटवारी तथा संबंधित अमले के साथ क्षेत्र मे जिन जिन स्थानो पर जल भराव एवं नदी नाले उफान की स्थिती दिखाई दी है उन स्थानो पर प्राथमिकता के साथ निरीक्षण कर स्थिती को सुचारू किया गया है। जिसके तहत सर्वप्रथम उक्त टीम ग्राम रिसेवाड़ा पंहुची जहां रिसेवाड़ा मे जल भराव की स्थिती उत्पन्न हो गई थी, तत्काल ही जेसीबी मशीन बुलाकर पानी की निकासी करवाई गई। इसी कडी मे कारंजा पुल निर्माण क्षेत्र में उक्त अधिकारियो के द्वारा मौका स्थल पर पंहुचकर जेसीबी मशीन की सहायता से पानी की निकासी करवाई गई। तथा ठेकेदार का निर्देशित किया गया है बैरिकैट्स बनवाये एवं रेडीयम लगाये जाये ताकि रात्रि के समय वाहनो को परेशानी ना हो एवं मौके पर एक चौकीदार को तैनात करे । इसके अतिरिक्त अन्य स्थानो का भी अधिकारियो के द्वारा निरीक्षण कर लगातार स्थिती का जायेजा लिया जा रहा है।


किसानों मे कहीं खुशी कहीं गम-


लांजी क्षेत्र में जहां अधिकांश क्षेत्रो मे रबी की फसल लगाई जाती है उन किसानो के पास सिंचाई के पर्याप्त साधन है। उनके रबी की फसल कटने के उपरांत ही खार बुआई का कार्य पहले ही पूर्ण कर लिया है एवं वर्तमान में परहा लगाने की स्थिती मे आ चुके है। अब जब दो दिनो से लगातार बारिश होने से किसान परहा लगाना प्रारंभ कर देंगे। वही दुसरी ओर देखे तो जिनके पास सिंचाई के साधन नही है उन्होने बारिश के इंतजार मे अब तक खार की बुआई नही किये है एवं दो दिन हो रही तेज बारिश के कारण अभी कुछ दिन और बुआई नही कर पायेंगे जिससे वे किसान परेशान है।


कोटेश्वर महादेव का प्रकृति ने किया जलाभिषेक


प्रतिवर्ष प्रकृति कोटेश्वर महादेव का जलाभिषेक करती है लेकिन यह पहली बार हुआ है कि पहली ही बारिश में कोटेश्वर महादेव का प्रकृति के द्वारा जलाभिषेक किया गया। हमेशा से देखने मे आया है वर्षा काल के मध्य या सावन मास के बाद भारी बारिश होने पर यह स्थिती निर्मित हुआ करती थी लेकिन इस वर्ष दो दिन से लगातार हो रही बारिश यह स्थिती निर्मित हुई और कोटेश्वर महादेव मंदिर गर्भगृह मे जल भराव हो गया अध्यात्मिक दृष्टि कोण से देखा जाये तो जिसे प्रकृति के द्वारा कोटेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया जाना कहा जा रहा है।

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Nil Kumar

Columnist

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

लेखक

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक