शिवपुरी-जानकारी के अनुसार, करोंदी कालोनी की रहने वाली 22 साल की युवती ने बताया कि उसका अपनी बहन से झगड़ा हो गया था। इसी वजह से मैं शुक्रवार दोपहर एक बजे के करीब घर से निकल गई थी। वह पैदल-पैदल बांकड़े मंदिर की ओर जा रही थी। इस दौरान रास्ते में उसे चार युवक मिले जो उससे पूछने लगे कि जंगल में अकेली क्या कर रही हो, जंगल में शेर है।
युवती ने बताया कि उससे चारों युवकों ने कहा कि हमारे साथ बाइक पर बैठकर चलो। जब मैंने साथ जाने से मना कर दिया तो युवकों ने मेरे साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया। मैं जैसे तैसे चारों युवकों के चंगुल से बच कर भागी। चारों युवक मेरा पीछा करते रहे। इसी दौरान एक बुजुर्ग को आता देखा में कुछ दूर बुजुर्ग के पीछे-पीछे चलती रही। रात होने के चलते में रास्ता भटक गई और आदिवासी बस्ती में पहुंच गई।
युवती को मजेरा आदिवासी बस्ती में अकेला घूमता देख आदिवासी महिलाओं ने उसे रोक कर एक दुकान पर बैठा लिया और डायल 100 को इसकी सुचना दी। रात 10 बजे डायल 100 पायलेट के दीपेश यादव और हेड कॉन्स्टेबल 172 वीरेन शर्मा ने युवती से पूछताछ की तो युवती ने अपना पता दिया। इसके बाद डायल 100 का लड़की को सुरक्षित लेकर आए जहां फिजिकल थाना लाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया जहां जानकारी मिली कि लड़की को दो बार पहले भी घर से जा चुकी है और यह तीसरी बार है