ग्वालियर। मध्य भारतीय हिन्दी साहित्य सभा ग्वालियर की चिरपरिचित मासिक "इंगित कथागोष्ठी " गत दिवस साहित्य सभा भवन, दौलतगंज ग्वालियर में सुप्रसिद्ध कवि एवं सभा के पूर्व अध्यक्ष राजकिशोर वाजपेई " अभय" की अध्यक्षता एवं कवियत्री एवं कथाकार संगीता गुप्ता के मुख्यातिथ्य में सम्पन्न हुई | इस गोष्ठी में साहित्य सभा के "प्रचार प्रसार मंत्री "एवं प्रांतीय सह मीडिया प्रभारी , मध्य भारतीय प्रांत अखिल भारतीय साहित्य परिषद, रामचरण चिराड़ " रुचिर " व राष्ट्रीय चिंतक तथा इतिहासकार विवेक जोशी एवं वरिष्ठ साहित्यकार रमेश निर्झर की गरिमामई उपस्थिति रही|
कथा गोष्ठी के प्रारंभ में अतिथियों के द्वारा वीणा पाणी , ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का पूजन किया गया , गायक कवि अशोक सिरढोणकर ने संगीतमय सरस्वती वंदना प्रस्तुत की |
इस कथा गोष्ठी में सर्वश्री राजकिशोर वाजपेई ने "कवाड़ी कौन " , संगीता गुप्ता,ने नरसिहनी, रामचरण चिराड़ "रुचिर "ने "संस्कार", विवेक जोशी ने तीन बिल्लियां , दिलीप मिश्रा "कथा गोष्ठी संयोजक" ने "पागलखाना, रामलाल साहू,ने संवेदनशील पत्र ,व्यंकटेश बाकड़े ने,बेला चाची, अशोक सिरढोणकर ने "पप्पू की शादी", डॉ.कमलाशंकर मिश्रा ने "आग जलने दे बच्चा" नामक कथाओं का पाठ किया | इस अवसर पर अध्यक्ष श्री राज किशोर बाजपेई द्वारा कहा गया कथा लेखन का भाव काव्य शैली से अधिक प्रभावी , बिम्बात्मक , संवेदनशील एवं हृदयस्पर्शी होता है।
कथागोष्ठी का गरिमापूर्ण संचालन सभा के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप मिश्रा एवं डॉ. कमला शंकर मिश्रा ने किया तथा आभार सभा के सह मंत्री उपेन्द्र कस्तूरे ने व्यक्त कर गोष्ठी के समापन की उद्घोषणा की |
कथा गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार श्री रमेश निर्झर , राकेश पाण्डेय, दीपक कौल आदि सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे ।