➡️रीवा। 86 सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित किया गया "67 साहित्यकारों का सम्मान समारोह" एवं युवा संवाद कार्यक्रम

  • Jul 31, 2023
  • Vivek Tiwari Rewa

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"साहित्यकारों की जीवटता और जिजीविषा सम्पूर्ण समाज को अंगीकृत करनी चाहिए" - गिरीश गौतम"


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रीवा- ! विंध्य क्षेत्र के प्रख्यात समाजसेवी, विचारक, पत्रकार, कवि, मीसाबंदी एवं प्रखर वक्ता सुभाष श्रीवास्तव के 67वें जन्मदिवस पर, साहित्य के क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान देने वाले साहित्यकारों के सम्मान हेतु शहर के 86 सामाजिक संगठनों द्वारा 67 साहित्यकारों का सम्मान समारोह एवं युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया! जिसके मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम रहे! जबकि अध्यक्षता पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने की! अति विशिष्ट अतिथि के रूप में रीवा लोकसभा क्षेत्र के सांसद जनार्दन मिश्रा, विधायक सिरमौर दिव्यराज सिंह, नगर निगम रीवा के अध्यक्ष व्यंकटेश पांडेय, वरिष्ठ राजनेता इंजी. राजेंद्र शर्मा एवं महिला नेत्री कविता पांडेय एवं उपस्थित रहीं!


कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ! इसके बाद आयोजन समिति के सदस्यों एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा वरिष्ठ समाजसेवी सुभाष श्रीवास्तव को शॉल- श्रीफल एवं सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया! इसके बाद युवा आयोजकों द्वारा सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया गया! तत्पश्चात साहित्य के क्षेत्र में अपना महनीय योगदान देने वाले 67 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया! साथ ही नेत्रहीन विद्यालय, विद्यास्थली विद्यालय एवं आनंद निकेतन विद्यालय के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गयी एवं युवा गायिका कल्याणी मिश्रा, सत्यम तिवारी, शिवानी भंडारी एवं सत्यम तिवारी द्वाराभी  गीतों की प्रस्तुति दी गयी!


साहित्यकार सम्मान समारोह एवं युवा संवाद  कार्यक्रम जिन 86 सामाजिक संस्थाओं द्वारा मिल कर आयोजित किया गया उनमें प्रमुख रूप से हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन, अभ्युदय उपकार फाउंडेश, बेनिसन हेल्पिंग वेलफेयर सोसाइटी, शहीद भगत सिंह सेवा समिति, कल्पना कल्याण समिति, युवा एकता परिषद, सर्वोदय विंध्य विकास समिति, ज्ञानोदय जनजागृति समिति, स्व. अरविंद शर्मा कैंसर वेलफेयर सोसाइटी, सेवा संकल्प रीवा, रमा शिव बहुउद्देशीय विकास समिति, सृजन डेवलपमेंट फाउंडेशन, टीम अविराज, जय महाकाल सेवा संघ, रिएक्ट स्मार्ट सेवा समिति, माता का दरबार, विघ्नहर्ता सेवा समिति,  रेवांचल बस स्टैंड व्यापारी संघ, भारत रक्षा मंच, स्व. भगवतशरण माथुर फैंस क्लब, मां जानकी सेवा समिति, जिला ओलंपिक संघ रीवा,  चित्रगुप्त क्लब रीवा, युवा एकता कल्याण संघ, मध्य प्रदेश छात्र शक्ति संगठन, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, छत्रपति शिवाजी सेना, नमो राघवाय सेवा समिति, आर्ट ऑफ लिविंग, शहर दिशा सेवा समिति, गायत्री शक्तिपीठ परिवार, युवा समाज सेवा संघ, सृजन नवचेतना फाउंडेशन, मुस्लिम समाज कल्याण संघ, संदेश वेलफेयर सोसाइटी, श्री सूर्यमुखी कपि संकटमोचन सेवा समिति, साहिल जन चेतना संस्थान समिति, बाबा जयगुरुदेव संगत रीवा, मानवाधिकार संगठन, नीरज बाल सेवा संस्थान, जन कल्याण सेवा एकता बहुउद्देशीय समिति, भिंसार फाउंडेशन, उम्मत-ए-मोहम्मदिया कमेटी, सुशील सीए कॉमर्स एकेडमी, यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया, प्रयास रक्तदान सेवा संगठन, विंध्य कवि दरबार, ऑल इंडिया सिक्स यार्ड वीवर्स वेलफेयर एसोसिएशन, भारत माता ग्राम स्वराज समिति, रीजनल एनवायरमेंटल एंड ह्यूमैनिटी फाउंडेशन, सरदार पटेल क्लब सतना, उन्नति साहित्यिक सामाजिक संस्था जबलपुर, बजरंग सेना, नारी उत्सव लाइफ़स्टाइल, अन्नशेष फाउंडेशन, ग्राम प्रस्फुटन समिति, जेडी स्पोर्ट्स इन एजुकेशनल फाउंडेशन, तथागत अंबेडकर सेवा संस्थान, अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा, भारतीय सुदर्शन समाज महासंघ, पेंचक सिलेट एसोसिएशन, विंध्य स्वाभिमान सभा, लब्बेक यूथ फ़ोर्स आतंकवाद व भ्रष्टाचार विरोधी संगठन रीवा, ग्रीन एनवायरमेंट सोसायटी, ए. जे. रॉक्स एकेडमी, जयवंती शिक्षा समिति, श्रुति कीर्ति समिति, मम साईं समिति, रीवा व्यापारी संघ, प्रकृति संरक्षण एवं शोध संस्थान समिति, सृजन डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, जन कल्याण मंच, ह्यूमैनिटी ऑर्गेनाइजेशन, वर्ल्ड ट्रेडिशनल शोटोकन कराटे फेडरेशन, बाल कल्याण समिति, संघमित्रा कॉलेज रीवा, एक्शनएड एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया, विप्र सेवा संगठन, टीच टू ईच, महाराष्ट्र मंडल, अर्जुन लोक कल्याण शिक्षा समिति अमवा, भारतीय सर्व सेवा संगठन एवं विंध्य बधिर संगठन शामिल है!


कार्यक्रम में पहले उन साहित्यकारों को मरणोपरांत सम्मान प्रदान किया गया उनमें प्रमुख रूप से "मरणोपरांत सम्मान" स्व. दादा भाई लाल विक्रम जीत सिंह, स्व. आदित्य प्रताप सिंह, स्व. विनीत विक्रम बौद्ध, स्व. शंभू द्विवेदी काकू, स्व. भगवती प्रसाद शुक्ला, स्व. कालिका त्रिपाठी, स्व. वेद प्रकाश चड्ढा, स्व. राजेंद्र तिवारी भारतीय, स्व. शारदा प्रसाद मालवीय, स्व. ओम नारायण तिवारी, स्व. राजीव लोचन शर्मा, स्व. शिव शंकर त्रिपाठी शिवाला, स्व. सिद्धिविनायक द्विवेदी, स्व. मणि रायपुरी, स्व. गोमती प्रसाद द्विवेदी विकल, मरहूम नूर रिवानी, मरहूम अमीनदुद्दीन अमीन, स्व. आर. के. निगम, स्व. विश्वनाथ सिंह काशी, स्व. ठाकुर गोपाल शरण सिंह, स्व. संपत सिंह गहरवार एवं स्व. संतोष गौतम शामिल है!


इनके अलावा जिन साहित्यकारों को सम्मानित किया गया उनमें प्रमुख रूप से डॉ चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी चंद्र, सेवाराम त्रिपाठी, अमोल बटोही, राम सिया शर्मा, गिरिजा शंकर शुक्ल गिरीश, मैथिली शरण शुक्ला, दर्शन राही, इंद्रभान द्विवेदी, दुर्गा शंकर चतुर्वेदी, डॉ कृष्णपाल सिंह भोपाल, रवि शंकर चतुर्वेदी सतना, मृगेंद्र श्रीवास्तव शहडोल, अरुण पयासी अमरपाटन, प्रतिभा पटेल जबलपुर, शैलेंद्र सिंह शैल सतना, बृजेश सिंह सरल सीधी, अनिल अयान सतना, अरुणिमा पाठक सीधी, साहिर रिवानी मैहर, रफीक रिवानी, रामनरेश तिवारी निष्ठुर, जाम शिवानी, राम लखन सिंह महगना, डॉ राजकुमार शर्मा राज, डॉ विवेक द्विवेदी, अशोक बख्शी, डॉ राम सरोज द्विवेदी शांतिदूत, योगेश त्रिपाठी, दिनेश कुशवाहा, ओम प्रकाश मिश्रा, लाल जी गौतम, रवि रंजन सिंह, डॉ राजेंद्र गुप्ता बैकुंठपुरी, जानकी प्रसाद पांडेय, राम लखन केवट जलेश, राम सुंदर द्विवेदी, डॉ आरती तिवारी, विमलेश मिश्रा, ममता नरेंद्र सिंह, मणिमाला सिंह, नजफ रिवानी, हसमत रिवानी, अंबिका प्रसाद द्विवेदी, सलीम रजा, राधाकांत पांडेय, उमेश लखन, अमित शुक्ला, रामकृष्ण द्विवेदी, कामता माखन, शिवांश तिवारी, दीपक मिश्रा, क्रांति पांडेय, सी. एल. दीवाना, भूपधर द्विवेदी अलबेला, उमाकांत अपरिचित, अजय शंकर पांडेय, आशीष तिवारी निर्मल ,सत्येंद्र शुक्ला सजग, दीपक तनहा, नीरज शुक्ला सतना एवं राम सिया सिंह शामिल है!


इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले विशिष्ट लोगों को सम्मानित भी किया गया उनमें प्रमुख रूप से चेतना मिश्रा, भारती शर्मा, सुबोध पांडेय, बी. एम. शर्मा, आर. के. पिल्लई, अनामिका शुक्ला, तमन्ना अंसारी, अविराज, सुजीत द्विवेदी, संजय सोनी, मनीष चाँदवानी, राजू बर्गीस, गोविंद नारायण श्रीवास्तव, बंसी साहू, राजराख़न पटेल, विजय निगम, कमलेश्वर द्विवेदी एवं मनोज गौतम शामिल है!



कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि- "साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है! दर्पण में वही दिखता है जो जैसा होता है! ज़ब समाज दिशा और दशा से भटकता है तो साहित्य ही उसे उचित मार्ग प्रशस्त करता है! इसलिए आदिकाल से ही साहित्यकारों का महत्व रहा है, आज भी है और आगे आने वाली सदियों तक रहेगा! इसलिए साहित्यकारों की जीवटता और जिजीविषा सम्पूर्ण समाज को अंगीकृत करनी चाहिए" 



कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि- " सुभाष श्रीवास्तव जी का संपूर्ण व्यक्तित्व लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है! संघर्षों के बावजूद जिन्होंने अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया, ऐसी जीवट लोग बिरले ही मिलते है जो स्वयं का हित नहीं वरन समाज की फिक्र करते है, मैं इनके शतायु होने की कामना करता हूँ "


कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि- "कवियों की रचनाओं में वो ताकत होती है जो सोये हुए समाज को जगाने का माद्दा रखते है! इसलिए साहित्यकारों की प्रासंगिकता समाज में सदैव रहेगी"


कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि विधायक सिरमौर दिव्यराज सिंह ने कहा कि- "जो समाजसेवी समाज के लिए जीता है, निःस्वार्थ भाव से इंसानियत और मानवता की सेवा करता है उसके व्यक्तित्व और कृतित्व का मूल्यांकन करना समाज का नैतिक दायित्व है, मैं इस आयोजन के लिए सर्व सामाजिक संगठन को साधुवाद देता हूँ "


महिला नेत्री कविता पांडेय ने कहा कि- युवा संवाद कार्यक्रम का जो विषय है "सक्रिय राजनीति में युवाओं की भूमिका" वास्तव में इस विषय पर बात करने की आवश्यकता है! युवाओं को राजनीति में आना ही चाहिए तभी देश तरक्की के रास्तों में आगे बढ़ पायेगा"


वरिष्ठ राजनेता इंजी राजेंद्र शर्मा ने कहा कि- "रीवा के सभी सामाजिक संगठन जिन्होंने ये कार्यक्रम किया है वो बधाई के पात्र है! ये सभी संस्थाए स्वयं विभिन्न सामाजिक कार्यों में सतत सक्रिय रह कर समाज में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है"


नगर निगम रीवा के अध्यक्ष व्यंकटेश पांडेय ने कहा कि- "जहां एक ओर समाज को जाति- धर्म- मजहब में बांटने का काम किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर सुभाष भाई ने शहर में सांप्रदायिक सद्भाव, आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ाने के लिए जो काम किये है वो वास्तव में एक मिसाल है"


वरिष्ठ मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव ने कहा कि- "सर्व सामाजिक संगठन ने ये आयोजन करके साहित्यकारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का जो कार्य किया है वो सराहनीय एवं प्रशंसनीय है! 67 साहित्यकारों को सम्मानित किया जाना इस बात का प्रतीक है कि निःस्वार्थ भाव से साहित्य के लिए कार्य करने वाले लोगों मूल्यांकन समाज अवश्य करता है! 


कार्यक्रम में कवि राम लखन केवट जलेश ने मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव को काव्यात्मक बधाई इन शब्दों में दी-


"मन वाणी से बांट रहे हो तरह तरह की मधुर मिठास 

 प्रेम बधाई अभिनंदन ले जन्मदिन की सुखद सुभाष 

 सबके गम की दर्द निवारक दवा शहर में तुम हो ख़ास 

 संघर्षो से जीवित हो तुम बना लिए दिल बाईपास"


कार्यक्रम में स्वागत भाषण  युवा एकता कल्याण संघ के अध्यक्ष राजराखन पटेल ने एवं आभार आभार प्रदर्शन अभ्युदय उपकार फाउंडेशन की अध्यक्ष अनामिका शुक्ला ने व्यक्त किया!


कार्यक्रम में जिन महत्वपूर्ण लोगों की गरिमामय उपस्थिति रही उनमें प्रमुख रूप से संजय गाँधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राहुल मिश्रा, कांग्रेस नेता के. के. गुप्ता, मुकुंद प्रसाद मिश्रा, वरुणेन्द्र प्रताप सिंह, नरेश गुप्ता, साईं शंकर कॉनर, जिम्मी महेन्द्रा, दिनेश पांडेय, डॉ विकास श्रीवास्तव, विनोद भट्ट, राजेश मिश्रा, अनिल कुमार निगम, मंसुख लाल वर्मा, राजेश भल्ला, आशीष कुमार निगम, जयप्रकाश शर्मा, ऋषिकेश तिवारी, नत्थू लाल सेन, साकेत श्रीवास्तव, डॉ रामेश्वर गुप्ता, कॉ लालमणि त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी, मनोज चड्ढा, मनोज नामदेव, अर्जुन सिंह अमवा, सुभाष कुशवाहा सांव, तरुण श्रीवास्तव, अमर पांडेय, प्रदीप पटेल, शोभनाथ गुप्ता, प्रदीप श्रीवास्तव, सलिल श्रीवास्तव, शुभम सिंह, ए. पी. एस. सूर्यवंशी, ऋचा मिश्रा, स्वाति श्रीवास्तव, सीमा श्रीवास्तव, वर्धमान निगम, रवि करण सिंह, अनंत माधव सिंह, कल्पना श्रीवास्तव, नीरा सिंह, ज्योत्सना श्रीवास्तव, शालिनी निगम, सीमा श्रीवास्तव एवं अन्वेशा निगम आदि शामिल है! 






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