✍️शिवम तिवारी (ब्यूरो चीफ रीवा)
रीवा। जिले में भू माफियाओं के हौसले बुलंद है और हो भी क्यों न पुलिस प्रशासन को ये भू माफिया अपनी जेब में रखते है, और किसी की भी जमीन पर जबरदस्ती करके मकान बनवाने लगते है और रोकने पर जान से मारने की धमकी देते है।और हमारे प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री इन भू माफियाओं को जमीन पर गाड़ देने की बात करते है। फिर भी इन भू माफियाओं को किसी का डर नही।
एक ऐसा ही मामला जिले के अगडाल ग्राम से प्रकाश में आया है, जहा 85 साल के बुजुर्ग ब्रजलाल साकेत और उनके भतीजे राजबहोर साकेत और दयाराम साकेत की जमीन पर केमला साकेत एवं दोनो पुत्र विश्राम साकेत, बुद्धसेन साकेत जबरन मकान का निर्माण करवा रहे है, और मकान निर्माण रोकने पर जान से मारने की धमकी दे रहे है, जिसकी सूचना उक्त व्यक्ति द्वारा थाने में दी गई लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।
बुजुर्ग द्वारा बताया गया की भू माफिया केमला साकेत उमरी गांव में रहता था, अगडाल में मेरे घर के बगल में उसकी 4 धिसमिल जमीन है जिसपर उसने मकान बनवाया हुआ है, अब वह मेरी जमीन पर जबरन नए मकान का निर्माण कर रहा है वो भी मेरे घर के सामने जिस कारण मेरा आवागमन भी बंद हो रहा रास्ते पर घर बना रहा है , बुजुर्ग व्यक्ति ने यह भी बताया की पूर्व पटवारी पुष्पेंद्र सिंह द्वारा कुछ पैसे लेकर लिखित उन्हें दे दिया गया की यह पर आपकी जमीन है, और उस पंचनामे में हस्ताक्षर 1 किलोमीटर दूर के व्यक्तियों के हैं।
बुजुर्ग व्यक्ति एवं बुजुर्ग के भतीजो द्वारा जब मकान बनाने का विरोध किया गया तब भू माफियाओं द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई की हम तुम्हें मारकर यही गाड़ देंगे।
आए दिन इन भू माफियाओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है, यह भू माफिया यह देखते है कि कौन कमजोर है उसकी गर्दन दबाई जाए अब 85 साल का बुजुर्ग व्यक्ति इनका क्या ही कर लेगा पुलिस प्रशासन सब इनके ही पक्ष में रहते है। एक 85 साल के बुजुर्ग के पास अधिकारियों को क्या ही मिलेगा।
आखिर ऐसा कब तक चलता रहेगा। इन भू माफियाओं पर प्रशासन क्यू कोई कार्यवाही नही करता,आखिर एक 85 साल के बुजुर्ग को दर- दर भटकना पर रहा है उसे न्याय नही मिल रहा है। इससे जनता क्या समझे, और न सही कम से कम उस बुजुर्ग की उम्र का तो ख्याल रखना चाहिए की 85 साल की उम्र में कोई व्यक्ति कितना भाग दौड़ कर सकता है। फिर भी बुजुर्ग अपनी ही जमीन के लिए दर- दर भटक रहा है, लेकिन उसे न्याय नही मिल रहा है।