एक ओर जहाँ महंगाई की मार ने आमजन के जीना मुहाल कर रखा है तो वही दूसरी ओर सूखा की मार झेल रहे समूचे विन्ध्य के अन्नदाता के माथे की चिंता बढ़ा दी है। बेलगाम विद्युत अधिकारियो की बदौलत समूचे विन्ध्य में सरकार के रामराज्य के खिलाफ असंतोष पनप रहा है। विद्युत की उपजी समस्या जन आक्रोश का रूप ले रही है जो बड़े जन आंदोलन का रूप लेने को आतुर नजर आ रही है। लो वोल्टेज,जले ट्रांसफार्मर,बिजली के तार खम्भो की समस्या,बिजली की आंख मिचौली से हा हा कार मचा हुआ है लोग गर्मी से बेहाल है तो कर्ज में डूबा किसान अपनी नष्ट होती फसलों को देख व्याकुल है वही विभाग के अधिकारी और सरकार रामराज्य का उद्घोष करने में मशगूल है। जिम्मेवार अधिकारी समस्या के समाधान की जगह जनता जनार्दन से दूरी बना के रखे है जिम्मेवारो का यह कृत्य न तो जिम्मेवारो के लिए हितकर है न ही सरकार के लिए। आज सरकार के हर माह दिए जाने वाले लंबे चौड़े बिल से जनता जनार्दन परेसान है चौखट दर चौखट भटकने को मजबूर है कोई सुनने वाला नही समाधान का कोई रास्ता नही। विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि अगर 10 दिवस के अंदर समूचे विन्ध्य में बिजली की समस्या से अन्नदाता सहित आमजन को निजात नही दिलाई जाती तो 15 सितम्बर को सम्पूर्ण विन्ध्य में बिजली नही तो बिल नही केके उद्घोष के साथ बृहद जन आंदोलन किया जाएगा इसलिए मेरी माननीय मुख्यमंत्री जी से विनम्र अपील है कि इस बृहद जन समस्या का तत्काल निराकरण किया जाय।