रोड नही तो बोट नही के साथ
आजादी के अमृत महोत्सव को 77 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं
और सतना जिला के चित्रकूट विधानसभा मझगवा ब्लॉक अंतर्गत बडेरा कला गांव में कुछ ऐसा विकास हुआ है की लोग परेशान होकर चुनाव बहिष्कार तक की चेतावनी दे दी
ग्रामीणों का कहना है कि
- गांव में कोई पक्की सड़क नहीं
- गांव में किसी प्रकार की कोई नाली नहीं
इन परिस्थितियों में आज भी जीवन यापन करने को मजबूर ग्राम बडेरा कला ( बिरसिंहपुर सतना ) के समस्त ग्रामवासी ऐसा महसूस कर रहे हैं जैसे इस स्वतंत्र देश में हमें विकास की कोई आवश्यकता ही नहीं।
आज भी ग्राम वासियों को गांव से मुख्य मार्ग तक जाने के लिए मिट्टी से बनी कच्ची सड़क का उपयोग करना पड़ता है जिससे बरसात के मौसम में ग्रामीण गांव में कैद होकर रह जाते हैं ग्रामीणों का आवागमन ठप हो जाता है , छात्रों में विद्यालय आवागमन पूर्णतया बंद हो जाता है, छात्रों ने शासन प्रशासन से उम्मीद करना ही छोड़ दिया हैइन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मतदान बहिष्कार करने का निर्णय लिया है, ग्रामीणों के कुछ प्रश्न प्रशासन शासन से हैं
- क्या हमें इन उचित सुविधाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए ?
- आज तक हम पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया ?
- इस फटे हाल विकास के लिए हम मतदान क्यों करें ?
हमें चुनावी वादे नहीं विकास चाहिए ।
ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार कार्यक्रम को तेजी दे रहे हैं
इस कार्यक्रम में नरेन्द्र तिवारी, विजय मिश्रा, आशीष शुक्ला, रजनीश त्रिपाठी, विकास पांडे, विकास नारायण पांडे, विनय, शिवम शुक्ला, नीलेश तिवारी, अंजू सेन, नरेन्द्र साकेत आदि सभी ने मिलकर अपना विरोध दर्ज किया