मालनपुर/ पितरों की आत्मशांति मोक्ष के लिए ब्रह्माकुमारीज द्वारा 'श्रीमद भागवत कथा' का 7 दिवसीय आयोज सेवा केंद्र प्रभारी एवं कथा व्यवस्थापक बी.के. ज्योति ने बताया कि श्राद्ध पक्ष में पितरों को, भागवत जी सुनाने से, उनको बड़ी शांति प्राप्त होती है | इसलिए यह आयोजन किया जा रहा हैप्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से आध्यात्मिक श्रीमद् भागवत गीता का आयोजन गोल्डन वर्ल्ड रिट्रीट सेंटर में किया गया है जिसमें आज परिसर से मालनपुर तक कलश यात्रा निकाली गई ।
जिसमें आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी दीपा दीदी जी ने बताया कि गीता सर्वशास्त्र शिरोमणि है सर्व धर्मों का आधार गीता है | आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहां कहा जाता है अनिश्चितता का समय है व चुनौतियों से भरा समय है जहां हर वक्त व्यक्ति को किसी न किसी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है उस चुनौती को पार करने के लिए कोई ना कोई विधि ढूंढनी आवश्यक है ऐसे समय में श्रीमद्भगवद्गीता हम सबको जीवन जीने की कला सिखाती है | कुछ लोगों का मानना है कि श्रीमदभगवत गीता का ज्ञान हिंसक युद्ध के मैदान में नहीं दिया गया था परमात्मा ने कोई हिंसक युद्ध की प्रेरणा नहीं दी थी यह तो एक मनोयुद्ध की कहानी है , जीवन में जिस प्रकार के संघर्षों से मनुष्य आत्मा गुजरती है उन संघर्षों का समाधान इस श्रीमद्भगवद्गीता के ज्ञान से स्पष्ट हो जाता है | स्वयं निराकार परमात्मा शिव ने गीता में किए गए वायदे अनुसार कि जब सृष्टि पर धर्म गिलानी होगी तब परमात्मा को अधर्म का नाश कर सत् धर्म की स्थापना करने सृष्टि पर अवतरित होना ही पड़ेगा ,
तत्पश्चात बाल कलाकारों द्वारा श्री कृष्ण अर्जुन संवाद भी दिखाया गया । ग्वालियर से डीएसपी राजकुमार कुशवाहा जी ने श्रीमद् भागवत गीता का सम्मान किया । गोल्डन वर्ल्ड रिट्रीट सेंटर की संचालिका ज्योति दीदी , पोरसा सेवाकेंद्र संचालिका कृष्णा दीदी , डबरा से ब्रह्माकुमारी सीता दीदी जी एवं दीनदयाल नगर, तानसेन नगर से ब्रह्माकुमारी बहनें उपस्थित रहीं।