पाटन/गुजरात। जीसीईआरटी गांधीनगर प्रेरित जिला शिक्षा एवं तालिम भवन पाटन में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य स्तर एवं जिलेके कुल 25 विशेषज्ञों ने पाठ्यक्रम बालवाटिकाओं और आंगनबाड़ियों में काम करने वाली बहनों को नई शिक्षा नीति के अनुसार प्रशिक्षित करने के लिए कोर्स डिजाइन किया गया है, जिसे आने वाले दिनों में दीक्षा प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा। यह कोर्स छह महीने और एक साल के दो चरणों में आयोजित होगा, यानी जिन बहनों ने 12वीं कक्षा या उससे नीचे की पढ़ाई की है, जो वर्तमान में आंगनवाड़ी में काम कर रही हैं, उनके लिए एक साल का डिप्लोमा कोर्स ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा, जबकि जिन बहनों 12वीं पास हैं व स्नातक या उससे ऊपर की पढ़ाई पूरी की है v आंगनवाड़ी में उनके लिए छह महीने का डिग्री कोर्स दीक्षा प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपलब्ध किया जाएगा। एक साल के कोर्स में कुल छह कोर्स रखे गए हैं जबकि छह महीने के कोर्स में कुल चार कोर्स रखे जाने हैं। इस कार्यशाला में जीसीईआरटी के रिसर्च एसोसिएट डाॅ. अखिलभाई ठाकर और डायट पाटण प्राचार्य डाॅ. पिंकीबेन रावल के मार्गदर्शन में राज्य कोर्स वर्क कार्यशाला का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण कार्यशाला का संकलन डाॅ. पीनलबेन गोरडीया द्वारा किया गया।