रीवा। मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव के पहले जिले के बैकुंठपुर थाने से पुलिस निरीक्षक स्थानांतरित होकर थाना चोरहटा आए। उन्हें आए हुए महज 5 से 6 महीने हुए है, अब उन्होंने अपने थाना के अंतर्गत आने वाले हर गांव में शराब कि अवैध पैकारी की सौगात दे डाली।
कई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाने से महज कुछ दूर चौराहे पर ही खुलेआम अवैध शराब बिक रही है, कुछ दिन पहले हुई जनसभा मे एडिसनल एस.पी के सामने, एक व्यक्ति ने यह जानकारी दी थी। लेकिन वो जानकारी बेअसर हुई,क्युकी थाने में तो सब पहले से ही पता है, जब पुलिस आरोपी को कही से भी पकड़ कर ला सकती है, तो क्या थाने के बगल में चल रही अवैध पैकारी कि जानकारी थाना प्रभारी को न होगी।
साथ ही क्षेत्र के जितने भी गांव है, वहा हर जगह शराब कि पैकारी चरम सीमा पर है, शराब दुकान से कम रेट में हर गांव में शराब उपलब्ध है। और जो शराब बेच रहे है, उनके पास शराब को बेचने का कोई लाइसेंस नहीं है, साथ ही शराब दुकानों से कम रेट में शराब बेंच रहे है, कम रेट में बेचने के लिए शराब कहा से आ रही है,यह जांच का विषय है।
*पूर्व में रहे थाना प्रभारी को आज भी याद कर रहे लोग*
पूर्व में चोरहटा थाना प्रभारी रहे निरीक्षकों को आज भी लोग याद कर रहे है ,पूर्व में शिवपूजन मिश्रा ने जब थाने की कमान संभाली थी, तो क्षेत्र में काफी सुधार कि स्थिति निर्मित की क्षेत्र में कही भी अवैध कार्य करने में लोगो को डर लगता था, उनके स्थांतरण के बाद थाने कि कमान अवनीश पांडे के हाथो सौंपी गई थी, उन्होंने ने भी क्षेत्र में किसी तरह का गलत काम होने देने कि अनुमति नहीं दी, जहा कही से जानकारी आती जाके कार्यवाही करते थे। लेकिन अब जो थाना प्रभारी आए है, उनको सब जानकारी होते हुए भी कोई कार्यवाही न करने से यही समझ आ रहा है, पूरा कारोबार ठेकेदारों और पुलिस कि मिलीभगत से चल रहा है।
*महीने में हर पैकारी वाली जगह से जाता है, पुलिस का अलग हिस्सा- सूत्र*
विश्वसनीय सूत्र ने यह भी बताया कि अवैध तरीके से शराब बेचने वालो से बात करने पर पता चला कि शराब बेचने के लिए हर विभाग का अलग हिस्सा जाता है, जिसमे पुलिस का हिस्सा सबसे ज्यादा जरूरी होता है, क्युकी जिस महीने हिस्सा नहीं पहुंचता पुलिस उठाकर ले जाती है, अगर मोटी रकम मिल गई तो ठीक नही तो बड़े अधिकारियों को जानकारी देकर मीडिया बुलाकर, वाह- वाही लूट लेते है।
अब हर गांव में हो रही अवैध शराब पैकारी बहुत बड़ा जांच का विषय है, युवा पीढ़ी पूरी तरह से नशे कि गिरफ्त में जाता दिखाई दे रहा है, अगर नशे का कारोबार इसी तरह बढ़ता रहा, तो आने वाले समय में एक भी युवा किसी काबिल नही रह जायेगा, यह हर गांव के निवासी का कर्तव्य बनता है, कि इन अवैध शराब तस्करों को रोके ताकि युवा पीढ़ी नशे कि गिरफ्त में न जा सके।