भारतीय संविधान के तहत बन्दियों को गरिमा पूर्ण जीवन जीने का अधिकार है – श्री पाटीदार जिला जेल में मनाया गया विधिक सेवा दिवस

  • Nov 09, 2022
  • Sadiq Mirza

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टीकमगढ़ । म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर निर्देशानुसार एवं माननीय हितेन्द्र सिंह सिसौदिया प्रधान जिला न्यायाधीश,अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टीकमगढ के मार्गदर्शन में दिनांक 09.11.2022 को जिला जेल में विधिक सेवा दिवस मनाया गया गया। उक्त कार्यक्रम में माननीय विनोद कुमार पाटीदार अपर सत्र न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उपस्थित रहे जहां उन्होंने बंदियों को विधिक सेवा दिवस के संबंध में बताते हुए कहा कि विधिक सेवा दिवस का उददेश्य निष्पक्ष और न्यायपूर्ण न्यायिक प्रणाली सुनिश्चित करना है जो भारत के नागरिकों के लिए आसानी से सुलभ हो। वर्ष 1995 में भारत के सर्वाेच्च न्यायालय ने पहली बार राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया था। राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस का पहला उत्सव समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गो की सहायता और समर्थन के उददेश्य से मनाया गया । ऐसे लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता और सलाह प्रदान करना जो ऐसी सेवाओं का खर्च वहन नहीं कर सकते, देश में कानूनी सेवा प्राधिकरणों के मुख्य उददेश्यों में से एक है। इसके साथ प्लीवारगेनिंग, एवं भारतीय संविधान के तहत बंदियों को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार है। बंदियों को जेल में चिंतन एवं आत्मध्यान करने का पर्याप्त अवसर मिलता है । कार्यक्रम का संचालन श्री घनश्याम यादव जेल शिक्षक द्वारा एवं अधीक्षक प्रतीक जैन द्वारा कार्यक्रम का आभार प्रकट किया गया । उक्त कार्यक्रम में विधिक सहायता अधिकारी बृजेन्द्र सिंह भदौरिया, जेलर अश्विनी कुमार शुक्ला, विधिक सहायक दीपेश कुमार जैन, जेल स्टाप,एवं बंदीगण उपस्थित रहे। प्रेस को यह तमाम जानकारी जिला विधिक सहायता अधिकारी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी गई है।

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Nil Kumar

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आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

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आशी प्रतिभा दुबे

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