जन्म दिन पर विशेष: विधायक बन कर पिता के अधूरे सपने को पूरा किया सुदेश राय ने

  • Nov 16, 2022
  • Pushpanjali Today

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1972 में सेठ गेंदालाल राय ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था चुनाव

रघुवर दयाल गोहिया

सीहोर।  नगर में सेठ गेंदालाल राय  का परिवार किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। उनके सभी पुत्र अपने विनम्र व्यवहार और समाज सेवा के लिए पहचाने जाते हैं। इनमें से एक हैं भाजपा के विधायक श्री सुदेश राय जिनका जन्म दिन 17 नवंबर को पूरे जिले में उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसकी नगर सहित ग्रामीण अंचलों में भी जोरदार तैयारी चल रही हैं।

सुदेश राय का जन्म 17 नवंबर 1969 को नगर के बड़ियाखेड़ी में स्व. सेठ गेंदालाल रायजी के यहां  हुआ। बचपन से ही उनमें खेल और सामाजिक कार्यों के प्रति गहरी रुचि थी। उन्होंने नेसवाडिया कॉलेज पूणे से बिजनेस मेंनेजमेंट में डिप्लोमा किया। इसके साथ ही अपने व्यवसाय के अलावा सामाजिक कार्यों में जुट गए। 

वह कांग्रेस पार्टी के बड़े युवा नेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके थे। इस दौरान सन 2013 में अपने समर्थकों के विशेष आग्रह पर सीहोर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और सफलता प्राप्त की। इस दौरान पुनः भाजपा की सरकार थी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बन गए थे। अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य कराने के उद्देश्य से 6 अप्रैल 2014 में आप प्रदेश भाजपा कार्यालय गए। वहां मुख्यमंत्री समेत प्रदेश के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में श्री राय ने विधिवत भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और पार्टी के हर निर्देश का पूरे उत्साह के साथ पालन किया। अपनी शालीनता, विनम्रता और आज्ञाकारिता के चलते श्री राय ने अल्प समय में ही मुख्यमंत्री का विश्वास अर्जित कर लिया। यही वजह थी कि अनेक महत्वपूर्ण अवसरों पर स्वयं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूरे भरोसे के साथ सीहोर में कई कार्यक्रम आयोजित कराए। इन सभी के केंद्र बिंदु सुदेश राय ही बने रहे। इसका नतीजा यह रहा कि 2017 में भाजपा संगठन ने सुदेश राय को सीहोर से विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका दिया। इस चुनाव में भी श्री राय भारी बहुमत से विजयी हुए।

अपने पिछले चार सालों के कार्यकाल में श्री राय अभी तक पांच सौ करोड़ रुपये राशि के विकास कार्य करवा चुके हैं। जिनमें शहरी क्षेत्र में 176 करोड़ और ग्रामीण क्षेत्र में 360 करोड़ रुपये के विकास कार्य शामिल हैं।

कुछ महत्वपूर्ण विकास कार्य

श्री सुदेश राय के कार्यकाल की विशेष उपलब्धि बड़ियाखेड़ी औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना, सेकड़ाखेड़ी से पुराना हाईवे फोरलेन, हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी से सोया चौपाल फोरलेन, शुगर फैक्टरी से गणेश मंदिर रोड, मंत्री पैट्रोल पंप से गणेश मंदिर पहुंच मार्ग, जिला अस्पताल भवन ट्रामा सेंटर, टाउन हॉल का जीर्णोद्धार, मनकामेश्वर महादेव मंदिर और गणेश मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार, शहीद स्मारक, सीवन नदी का पुल निर्माण, हनुमान फाटक पर पुल निर्माण और शिवजी की विशाल प्रतिमा स्थापित की, आल्हादाखेड़ी स्टेडियम निर्माण, अनेक नवीन स्कूल भवन और उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण, शेरपुर सेकड़ाखेड़ी में 25 एकड़ में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान की स्थापना आदि महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं।

नगर के लोग और ग्रामीण जन श्री सुदेश राय का बहुत सम्मान करते हैं और आत्मीय लगाव रखते हैं। इसके साथ ही उनकी धर्म पत्नी श्रीमती अरुणा राय भी नगर की विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों में नियमित रूप से शामिल होती हैं और यथा संभव सहयोग करती हैं। बच्चों से उन्हें बेहद लगाव है। श्री सुदेश राय के हर कदम की हमसफर के रूप में उनकी खास पहचान है। नवरात्रि पर्व पर उनके द्वारा विशाल गरबा महोत्सव का आयोजन भी हर साल किया जाता है। एक हफ्ते से नगर में श्री राय के जन्म दिन के अवसर पर अनेक प्रतियोगिताएं व कार्यक्रम चल रहे हैं। इनकी बागडोर श्रीमती राय ही  बख़ूबी संभाल रही हैं। 

विधायक श्री राय से लोगों की अपेक्षा है कि नगर में पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए नर्मदा नदी का जल सीहोर को उपलब्ध कराया जाए, बंद शुगर मिल को पुनः चालू कराया जाए, शुगर मिल की भूमि से अतिक्रमण हटाया जाए और वर्षों से लंबित पत्रकारों के लिए प्रेस क्लब एवं आवास हेतु भूमि का आबंटन कराया जाए।

बॉक्स: स्व. सेठ श्री गेंदालाल राय ने भी लड़ा था निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव

नई पीढ़ी को पता नहीं होगा कि वर्तमान विधायक श्री सुदेश राय के पिताजी सेठ स्व. श्री गेंदालाल रायजी भी सन 1972 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं। उनका चुनाव निशान शेर था। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। उस समय श्री अजीज कुरेशी कांग्रेस, स्व. श्री सुदर्शन महाजन भारतीय जनसंघ, स्व. श्री हरिराम उमरे सोशलिस्ट पार्टी, मुंशीलाल खाती और कमल किशोर मिश्रा (दोनों निर्दलीय) भी चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में श्री अजीज कुरेशी विजयी हुए थे।

सीहोर जिले में 1972 तक कुल सात विधानसभा क्षेत्र थे। इनमें सीहोर, आष्टा, बुधनी, भोपाल, गोबिंदपुरा, बैरसिया तथा बैरागढ़ के नाम शामिल थे।

कांग्रेस से भी लड़ चुके हैं सुदेश राय विधानसभा का चुनाव

ट्रेक बदला और हासिल कर ली विजयश्री

सुदेश राय कांग्रेस के बड़े युवा नेता थे। उन्होंने सन 2008 में कांग्रेस के टिकट पर भी सीहोर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। तब भाजपा के कद्दावर नेता रमेश सक्सेना ने विजय प्राप्त की थी।

इसके बाद सुदेश राय ने ट्रेक बदला। वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और विजयश्री हासिल की। यह दिलचस्प संयोग है कि अब श्री सक्सेना कांग्रेस के नेता हैं और सुदेश राय भाजपा विधायक हैं।

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