बेंगलुरू: कस्तूरी कन्नड़ कार्यक्रम का आयोजन चिगरू कल्चरल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा नयना हॉल, बैंगलोर में कन्नड़ राज्योत्सव और बाल दिवस समारोह के उपलक्ष में कार्यक्रम का उद्घाटन नेता जयंती टी. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध नृत्य गुरु डॉ. सागर ने किया। दर्शिनी मंजूनाथ, जो एक कथा नृत्य गुरु हैं, उन्होनें अपने मंडली नृत्य से भीड़ का मनोरंजन किया। भरतनाट्यम कुचुपुड़ी डोलू कुनीता लोकनृत्य कराडी कुनिता वीरगसे कत्थक नृत्य प्रस्तुति लाजवाब रही। कार्यक्रम में बालाप्रतिबे सदाशिव का वीरगसे नृत्य बेहद खास रहा। डॉ। सदाशिव ने संस्था और बच्चों को संबोधित किया और उन्हें आशीर्वाद दिया। जयंती ने कहा कि शिक्षा की तरह ही फाइन आर्ट भी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत जरूरी है। सामाजिक कार्यकर्ता शैलजा , सुमन ने सुझाव दिया कि बच्चों को अपने विकास के साथ-साथ अपने आसपास के पर्यावरण की रक्षा और पोषण की जिम्मेदारी उठानी चाहिए। जीकेवीके संस्था के बच्चों द्वारा डोलू कुनिता का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा। सुनीता सुकुमार की डॉक्टर सागर और दर्शिनी मंजूनाथ, रश्मि, मेघनागलीगली, शिखा को नृत्य के क्षेत्र में वर्ष के हेममे कन्नडती पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जयंती को खेल के क्षेत्र में सम्मानित और सम्मानित किया गया। मांड्या के अंबरीश और दिव्यश्री को साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित किया गया। पुष्पा हेमंत ने प्रशस्ति पत्र देकर बच्चों को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में प्रशांत, संतोषी, कविता मुरलीधर, जीविता, रक्षणा मौजूद रहे।