लांजी- बालाघाट अंतर्गत विकासखण्ड लांजी के ग्राम सुनार ककोडी़ के बोरबन निवासी मगरया वघाड़े के पुत्र अजय वाघाडे़ का 13 दिसंबर को महज 22 वर्ष की अल्पआयु में निधन हो गया। ज्ञात हो कि दिवंगत अजय वाघाडे़ हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के साथ साथ बहुत ही बुद्धिमान तथा बहुमुखी प्रतिभा का धनी युवक था। परिवार में 4 भाइयों से भरा हुआ परिवार होने के चलते यह मेहनत मजदूरी करने नागपुर चला गया, जंहा सेंट्रींग का कार्य करते समय असंतुलित होकर छत से गिर गया जिससे उनकी म्रत्यु हो गई। अजय वाघाडे़ पिता मगरया वघाड़े का तिसरे नंबर का पुत्र था, और हाल ही में गांव आया था, घर में बड़े भाई की शादी की तैयारी कर पुनः धन कमाने नागपुर गया था। पुरे परिवार में सबसे होनहार और बुद्धिमान यही था। कहते हैं कि भगवान को वहीं लोग पसंद आते हैं जो बहुत ही संस्कारी होते हैं। और अजय वाघाडे़ के साथ यहीं हुआ। अजय वाघाडे़ अपने पिछे माता पिता और भाइयों से भरा पूरा परिवार छोड़ इस सांसारिक दुनिया से विदा हो गए। खबर लिखे जाने तक अजय वाघाडे का पार्थिव शरीर नागपुर से उनके निज ग्राम सुनार ककोडी़ नहीं लाया गया है, शव का पोस्टमार्टम होगा तदोपरांत शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा, जिनका अंतिम संस्कार 13 दिसंबर दिन बुधवार को स्थानीय मोक्षधाम सुनारककोडी में किया जाएगा। असामयिक निधन पर समाजिक बंधुओ, रिश्तेदार एवं स्थानीय लोगों ने शोक श्रृद्धांजलि अर्पित कर ईश्वर से आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई। तथा परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति मिलें ऐसी अपने आराध्य से प्रार्थना की है।