मधुसूदनगढ़ नगर परिषद अध्यक्ष की कलेक्टर कोर्ट में 42 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने को लेकर पेशी हुई इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष ने माना कि किया इसी में उन्होंने गलत प्रस्ताव पास कर कर्मचारियों को निकाला है वह 2 जनवरी को परिषद की बैठक बुलाकर प्रस्ताव को निरस्त कर देंगे दोबारा से कर्मचारियों को नौकरी पर रखकर परिषद का विकास कार्य करेंगे साथ ही उन्होंने आगे से गलती ना दौरान की बात कहकर माफी मांगी नगर परिषद की बैठक मैं अध्यक्ष श्याम लाल अहिरवार की अध्यक्षता में बीते दिनों आयोजित की गई थी जिसमें पीआईसी के सदस्य एवं उपाध्यक्ष कौशलेंद्र अग्रवाल, राहुल दीक्षित, ओमवती लोगरिया, योगिनी सिंह चौहान, ओर रूबी यादव, ने प्रस्ताव पारित कर 42 कर्मचारियो को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसमें नगर परिषद के सफाई कर्मचारि भी शामिल थे 5 दिनो तक नगर परिषद में ताला लगा रहा तो वही सीएमओ भी चार दिन परिषद के दफ्तर में नही बैठे वह अध्यक्ष और पीएसआई के गलत निर्णय को लेकर भोपाल से लेकर ग्वालियर नगरीय निकाय के अधिकारियों के सामने शिकायत करने पहुंचे। कलेक्टर कोर्ट में यह मामला पहुंचा दो सुनवाई के बाद अध्यक्ष श्यामलाल अहिरवार मैं अपनी गलती मानते हुए परिषद की बैठक बुलाने का निर्णय लिया ।
अध्यक्ष बोले मुझसे हुई गलती अब परिषद में ला रहे हैं प्रस्ताव
नगर परिषद अध्यक्ष श्याम लाइव अहिरवार ने मामले में अपनी गलती को माना कलेक्टर कोर्ट में कलेक्टर फ्रेंड नेवले के सामने उन्होंने उसे स्वीकार किया और बताया पीएसआई ने गलत प्रस्ताव पारित किया था। परिषद ने बैठक को लेकर एजेंडा कर दिया है 2 जनवरी परिषद की बैठक में 42 कर्मचारियो को नौकरी पर वापस रखने का प्रस्ताव लाया जाएगा जिस पर पार्षद की मोहर भी लग जाएगी
अध्यक्ष और पार्षदों ने नियमों को तांक पर रखकर 22 कर्मचारियो की कराई नियुक्ती
नगर परिषद अध्यक्ष श्यामलाल अहिरवार और उपाध्यक्ष सहित 13 पार्षदों ने नगरीय निकाय के नियमो तांक पर रखकर 22 कर्मचारियो की नियुक्ती के आदेश दिए। हालांकि इन कर्मचारियों ने नगर परिषद में बैठकर रजिस्टर पर काम तो किया,लेकिन सीएमओ ने इसे गलत मानते हुए नगर परिषद द्वार रखे कर्मचारियों को गलत करार देकर वेतन नहीं दिया उसके बाद नगर परिषद की पीआईसी ने 42 कर्मचारियो को बाहर का रास्ता दिखा कर प्रस्ताव पारित कर दिया लेकीन इसमें अध्यक्ष और पीएसआई को मुंह की खानी पड़ी
"कलेक्टर कोर्ट में सोमवार को अध्यक्ष और सीएमओ की पेशी हुई थी इस दौरान अध्यक्ष ने अपनी गलती मानकर परिषद की बैठक बुलाकर कर्मचारियो को नौकरी पर वापस रखने का प्रस्ताव पारित करने की बात कही है। अगर अध्यक्ष परिषद की बैठक नही बुलाते तो पीएसआई के गलत प्रस्ताव को शून्य करने शासन को पत्र लिखा जाता
-फ्रैंक नोबल ए, कलेक्टर गुना