भीमा कोरे गांव, महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले में भीमा नदी के बायें तट पर अवस्थित है.
वस्तुत: भीमा कोरे गांव के निकट जनवरी,1818 ईस्वी में पेशवा बाजीराव द्वितीय एवं ब्रिटिश सैन्य बल, जिसमें महार जाति के सैनिकों की टुकड़ी सम्मिलित थी के मध्य युद्ध हुआ था.
इस निर्णायक युद्ध में पेशवा बाजीराव द्वितीय को हार का सामना करना पड़ा था.फलत: इस ऐतिहासिक युद्ध की स्मृति में युद्ध स्मारक बना हुआ है, जहां प्रति वर्ष जनवरी माह में वीर गति को प्राप्त होने वाले महार सैनिकों की स्मृति में भव्य समारोह आयोजित किया जाता है.
यहां इस तथ्य को रेखांकित करना प्रासंगिक होगा कि महार , पेशवा बाजीराव द्वितीय की दमनकारी नीति से संत्रस्त थे, फलत: वह अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए पेशवा के विरुद्ध संघर्ष कर रहे थे.
वस्तुत: इतिहास साक्षी है कि जब बात अस्मिता की रक्षा करने की हो तो धर्म गौण हो जाता है.