*राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले संगठन महामंत्री ने जोड़ लिए हाथ- भाजपा*
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी नेता सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि कांग्रेस अधिवेशन से पहले कांग्रेस के संगठन महामंत्री ने हाथ जोड़ लिए हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस हाथ जोड़ो अभियान चला रही है और कांग्रेस के पदाधिकारी अपने प्रदेश अध्यक्ष के हाथ जोड़कर कह रहे हैं कि हमें माफ करो, हम पार्टी का काम नहीं कर सकते।
भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस के संगठन महामंत्री अमरजीत चावला द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से कार्यमुक्त किये जाने आग्रह करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस में स्पष्ट तौर पर दो खेमे बन गए हैं और दोनों ही खेमों में शह और मात का खेल चल रहा है। एक खेमे में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम हैं तो दूसरे खेमे का नेतृत्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं। कांग्रेस में यह कलह जाहिर कर रही है कि यह दोनों खेमे आपस में लड़ कर छत्तीसगढ़ से कांग्रेस सरकार की विदाई करने के लिए उतावले हैं।
भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई की वजह से जनहित के काम किस तरह प्रभावित हो रहे हैं, यह बताने के लिए इतना पर्याप्त है कि गरीबों के प्रधानमंत्री आवास न बन पाने के कारण टीएस सिंहदेव ने पंचायत मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था इसलिए चौपट है क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच महाभारत चल रही है। सिंहदेव को किनारे करने के बाद अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संगठन अध्यक्ष मरकाम को ठिकाने लगाने का काम अपने हाथ में लिया है।
भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी जबरदस्त अंतर्कलह के दौर से गुजर रही है। कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच भयंकर संग्राम चल रहा है। पहले प्रदेश प्रभारी पुनिया की छुट्टी हुई, शैलजा का आना हुआ। पुनिया जी भूपेश बघेल के साथ थे। शैलजा जी मरकाम के साथ हैं। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का अधिवेशन होना है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की फोटो न होना स्पष्ट कर रहा है कि कांग्रेस में क्या हो रहा है। सरकार का अंतिम वक्त चल रहा है। भूपेश बघेल की विदाई तय है। जनता सड़क पर आ गई है। कांग्रेसी कलह भी भूपेश बघेल सरकार की विदाई का बड़ा कारण बनेगी।
{कांग्रेस महामंत्री अमरजीत चावला के पत्र पर संजय श्रीवास्तव जी का बयान}