रक्षेड जेई की मनमानी से किसान हुए परेशान, फसलों को हो रहा भारी नुकसान...
अम्बाह... डिबीजन रक्षेड़ के किसान डरू शर्मा का कहना है कि हम समय पर बिजली बिल जमा कर रहै है ऐसे बहुत से किसान है परन्तु दो तीन बर्ष से प्राकृतिक आपदा चम्बल बाढ से भारी नुकसान होने से कुछ पिछले गॉवो के किसानो के बिल में देरी होने कारण पिछले गॉव से दो गाले का तार हिटलर शाही जेई रक्षेड ने कटवाकर फसल सुखाने को 15 गॉवो के किसानो को मजबूर कर दिया है जब कि उन्ही किसानो के तार काटना चाहिये जिन्हौने बिल जमा नही किया है परन्तु कुछ किसोनो से अबैध बसूली न मिलने पर पीछे से दोगाले के तार काट लिये है इसी कारण से फसलें बर्बाद होने लगी है और पीछे गॉव से पलूपुरा, बीचकापुरा, रिठौना, हारकापुरा, तिलोल, भदौरियापुरा, हरिचन्द कापुरा, सभी गॉव लाइट से प्रभाबित है जिसमे लगभग आधा सैकडा कुआ प्रभावित है
किसान राजेन्द्र का कहना है कि जब फसलों को सिंचाई की आवश्यकता है, तब बिजली विभाग अबैध बसूली के लिये पीछे से तार काट लेगये है इससे सिंचाई नहीं हो पा रही है. बैसे भी कुछ गांव में 24 घंटे में महज तीन से चार घंटे ही बिजली मिल रही थी लाइने झूल रही है वो भी दो तार की है रोजाना फॉल्ट व तार टूटना जारी रहता है जिस पर बिजली बिभाग ने आज तक ध्यान नही दिया है
इस मामले में किसानों का कहना है कि पीछे कुछ गॉवो का बिजली का बिल भी जमा होने के बावजूद बिजली नहीं मिल पा रही है. जिसके चलते उनकी फसलें सूख रही है, क्योंकि खेतों में सिंचाई ही नहीं हो पा रही. डीजल खरीद कर जनरेटर की मदद से सिंचाई करने को मजबूर होगे तो हम आगे कैसे बिल जमा कर पायेगे और जिस किसान के पास डीजल खरीदने के पैसे नहीं है वह बिजली आने के इंतजार में बैठा है.
वहीं किसान रामदत्त का कहना है कि पूरी फसल पानी के बिना खराब हो चुकी है, जिसकी मेन बजह है हिटलर शाही जेई रक्षेड की अबैध बसूली समय पर लाइट नहीं दैना हम कुछ लोगों ने बिल के पैसे भी पिछली साल के जमा है उसके बाद भी हमें पर्याप्त लाइट नहीं दी जा रही है.