नगर परिषद् रन्नौद के अंतर्गत भाजपा सरकार ने गरीबों को आवास दिए है जिनकी पहली किस्त खातों में डाली गई है कुछ लोग शेष है इसी क्रम में अनेकों हितग्राहियों ने पहली किस्त का कार्य पूर्ण कर लिया है लेकीन नगर परिषद् रन्नौद के जिम्मेदार अधिकारियों एवम इंजीनियर आवास योजना के द्वारा हितग्राहियों के फोटो नही खींचे जा रहे हैं ऐसे अनेकों हितग्राही नगर परिषद् के चक्कर लगा रहे हैं ऐसा ही मामला वार्ड क्रमांक सात में बाल्मिक बस्ती एवम अन्य जगह भी आया इसको लेकर वार्ड वासियों ने वार्ड पार्षद को अवगत कराया और वार्ड पार्षद ने लिखित में सीएमओ एवम नगर परिषद् अध्यक्ष पति जमना कुशवाह एवम इंजीनियर के समक्ष लेटर दिया जिसमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया आखिर सरकार की योजना को आमजन तक पहुंचने में अधिकारी क्यों रोड़ा अटका रहे हैं समझ से परे है इसी क्रम में आवास योजना के अंतर्गत पूर्व में सर्वे हुआ था उसमें अनेकों गरीबों को अपात्र कर दिया गया था लेकिन सरकार की योजना गरीबों तक पहुंचे इसे लेकर परिषद में मांग की गई की गरीबों का दुबारा सही सर्वे कराया जाए जिससे उन लोगों को भी लाभ मिल सके जो गरीब हैं लेकीन नगर परिषद् के अधिकारियों द्वारा जो अपात्रों के सर्वे की सूची बनवाई गई इसमें उन लोगों के नाम भी जोड़े गए हैं जो की पहले ही पात्र हैं और जिनके खातों में प्रथम किस्त डाली जा चुकी हैं एवम ऐसे नामो को भी इस लिस्ट में जोड़ा गया है जो पात्र थे पूर्व की सूची में उनका केबल जियो टैग अटैच मेंट होना था तो ऐसे क्या ज़रूरत आन पड़ी की जहा जिन अपात्र लोगों का सर्वे होना था वहा कूट रचित लिस्ट तैयार करके माननीय एसडीएम महोदय जी से आदेश क्यों कराया गया नगर परिषद को यह आवश्यकता क्यों पड़ी इसके पीछे क्या मंशा है जांच का विषय है
इसी बीच वार्ड क्रमांक 7 से पार्षद पुत्र कौशलेश शर्मा ने सीएमओ को आवेदन दीया तो संतोष जनक कोई जवाब नही मिला पार्षद पुत्र समाज सेवी कोशलेश शर्मा ने आरोप लगाया और कहा है की अगर सरकार की योजनाएं गरीबों तक आमजन तक नही पहुंची किसी ने रोड़ा अटकाया तो सड़क पर उतर कर आमजन की लड़ाई लड़ी जाएगी