अभिनंदन के पाकिस्तान में बिताए 60 घंटे की कहानी:पिस्तौल निकाली, दस्तावेज चबाया और कहा, ‘जय हिंद’; परमाणु जंग की नौबत के बीच भारत लौटा जांबाज

  • Mar 01, 2023
  • Pushpanjali Today

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मीटिंग में प्रधानमंत्री इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया। सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा आए। उनके पैर कांप रहे थे, माथे पर पसीना था। हमसे शाह महमूद साहब (तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री) ने कहा कि खुदा का वास्ता है इसे वापस जाने दें, क्योंकि रात 9 बजे भारत हम पर अटैक करने वाला है।’

पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के सांसद अयाज सादिक ने ये बात पाकिस्तान के संसद में कही थी। अयाज सादिक जिस मीटिंग में पाकिस्तान के सेना प्रमुख के कांपने का जिक्र कर रहे थे वो विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई से जुड़ी थी। बालाकोट स्ट्राइक के बाद डॉग फाइट यानी लड़ाकू विमानों की लड़ाई के दौरान हमारे विंग कमांडर अभिनंदन गलती से पाकिस्तान में दाखिल हो गए थे। हालांकि पाकिस्तान ने उन्हें 60 घंटे के भीतर छोड़ दिया।

विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 विमान से पाकिस्तान के एक F-16 विमान को मार गिराया था।

आज से चार साल पहले 1 मार्च 2019 को अभिनंदन पाकिस्तान में 60 घंटे कैद में रहने के बाद भारत आए थे। आइए जानते हैं कि उन 60 घंटों की कहानी क्या है और पाकिस्तान इतनी जल्दी उन्हें छोड़ने को कैसे राजी हुआ?

27 फरवरी 2019 की बात है। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय वायुसेना अलर्ट पर थी। पाकिस्तानी विमानों की निगरानी का जिम्मा वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के पास था। सूचना थी कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी लड़ाकू विमान कश्मीर में घुसपैठ कर सकते हैं।

ये बात सही साबित हुई और सुबह 10 बजे पाकिस्तान की तरफ से दस F-16 विमान भारतीय सीमा में दाखिल हुए। इसके बाद भारतीय एयरफोर्स ने पूरी ताकत से रिस्पॉन्स किया और F-16 को टारगेट पर लिया। भारत का रिस्पॉन्स देखकर पाकिस्तानी एयरफोर्स के नौ F-16 वापस लौट गए।

एक F-16 भारतीय सीमा में काफी नीचे उड़ रहा था। उसने भारत के ऑयल डिपो, सेना के गोला-बारूद के एक पॉइंट और आर्मी ब्रिगेड के हेडक्वार्टर को टारगेट किया।

भारत का एक सुखाेई SU-30 और मिग-21 पाकिस्तानी जेट F-16 से भिड़ गए। इसे एयरफोर्स की भाषा में डॉग फाइट कहते है। दो भारतीय जेट ने F-16 को जाल में फंसा लिया। मिग-21 आगे की तरफ उड़ रहा था। वहीं बीच में F-16 था और सुखोई उसका पीछा कर रहा था। फायरिंग जारी थी। तभी F-16 ने दोनों के बीच से भागने की कोशिश की। इसे विंग ओवर कहा जाता है।

इससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ था। ऐसे में 27 फरवरी को पाकिस्तानी विमान भारतीय सीमा में दाखिल हुए।

अभिनंदन ने कैसे गिराया हाईटेक F-16 विमान?

अभिनंदन ने साठ की दशक वाले मिग-21 से अमेरिका के आधुनिक हाईटेक F-16 विमान को गिरा दिया। इस बात की चर्चा पूरी दुनिया में हुई। दरअसल मिग-21 सोवियत संघ के जमाने का है जबकि एफ-16 फाइटर जेट दुनिया के आधुनिकतम फाइटर जेट कहलाते हैं। यही कारण है कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में इन दोनों विमानों की तुलना मर्सिडीज और मारुति 800 से की गई।

इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक इन दोनों विमानों की फाइट 90 सेकेंड की थी।

कैसे थे वो 90 सेकेंड?

बालाकोट स्ट्राइक के बाद सीमा पर तनाव था। सुबह पौ फटने से पहले ही 12 पाकिस्तानी फाइटर जेट कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर दिखाई दिए। इनमें अमेरिकी F-16, फ्रांस के मिराज और JF-17 फाइटर प्लेन शामिल थे। ये विमान लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर थे, लेकिन इन्हें अंदाजा नहीं था कि भारत का एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर था। भारत के एयरबॉर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWAC) ने उन विमानों की जानकारी दे दी।

इसके बाद भारत के अवंतीपोरा, श्रीनगर और आस-पास के एयरफील्ड से हमारे विमान उड़े। इस दौरान पाकिस्तानी सेना के 12 विमानों के सबसे करीब हमारे मिग-21 ही थे। यहीं से वो 90 सेकेंड की कहानी शुरू हुई। मिग-21 को देखते ही पाकिस्तानी प्लेन से AMRAAM मिसाइलें दागी गईं।

ये मिसाइलें सिर्फ F-16 विमानों से ही दागी जाती हैं। बाद में इंडियन एयरफोर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन मिसाइलों के पुर्जे भी दिखाए।ये सब कुछ हवा में हो रहा था। तब पाकिस्तान का F-16 विमान 9000 फीट की ऊंचाई पर था और हमारा मिग-21, 15,000 फीट की ऊंचाई पर। भारत की ओर से जैसे ही विमान ने निशाना लगाने की कोशिश की, आधुनिक तकनीक वाला F-16 ऊपर की ओर बढ़ने लगा। कुछ ही सेकेंड में F-16 हमारे मिग-21 के लगभग 10,000 फीट ऊपर पहुंच गया।

रिपोर्ट बताती है कि ये सबसे चुनौतीपूर्ण समय था। इस दौरान एक गलत निर्णय पूरा रुख बदल सकता था। F-16 को अपने ऊपर देख मिग-21 ने 60 डिग्री के एंगल से फायर करने तैयारी कर ली। F-16 का पायलट कुछ समझ पाता, तब तक उसके विमान को मिग-21 से लॉन्च की गई रूसी मिसाइल Vympel R-73 टारगेट कर चुकी थी, लेकिन तब तक मिग-21 भी किसी दूसरे F-16 का निशाना बन गया। एक मिसाइल दागने के बाद ही मिग-21 से कोई संपर्क नहीं हो सका।

मिग- 21 की रेंज सिर्फ 1210 किलोमीटर की है जबकि F-16 की रेंज 4220 किलोमीटर की है। F-16 विमान, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल और हवा से जहाज तक मार करने वाली मिसाइल के साथ-साथ कई तरह के बम से लैस रहता है। इसमें रडार ऑन-बोर्ड भी होता है। मिग 21 को अपग्रेड जरूर किया गया था, लेकिन उसका डिजाइन अभी भी पुराना ही था। मिग 21 हर मामले में एफ-16 से पीछे ही साबित हो सकता था।

कहा गया कि ऐसा आज तक नहीं हुआ था कि मिग-21 से F-16 को मार गिराया गया हो, लेकिन जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन ने ऐसा कर दिखाया। इसके बाद अभिनंदन पैराशूट से नीचे उतरे तो वो PoK में थे।

अभिनंदन को सबसे पहले किसने देखा?

लगभग 15000 फीट की ऊंचाई पर मिग-21 के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद अभिनंदन पैराशूट से नीचे उतरे। उन्होंने जहां पर लैंड किया, वो होरान गांव था। ये गांव पाक अधिकृत कश्मीर के भिंबर जिले में आता है। यहां से बगल के गांव हुंडा के सरपंच मोहम्मद रजाक ने सबसे पहले विमानों के टकराने और फिर गिरने की आवाज सुनी थी। बीबीसी से बातचीत में उन्होंने बताया, ‘मैं चारपाई पर बैठा था और फोन पर किसी से बात कर रहा था। तभी मुझे आवाज सुनाई दी और फिर आसमान में काला धुआं दिखा। थोड़ी देर बाद आसमान में नारंगी रंग की लपटें उठीं और हमारी तरफ ही बढ़ने लगीं। हमें अंदाजा हो गया था कि ये विमान ही है। 

रज्जाक बताते हैं कि मलबा उनके घर से एक किलोमीटर दूर एक घाटी में गिरा। वो कहते हैं, ‘अभी हम समझ ही रहे थे कि ये भारतीय विमान है या पाकिस्तानी, तब तक थोड़ी ही दूरी पर हवा में एक पैराशूट दिखा। मैंने अपने पड़ोसी अब्दुल रहमान को आवाज दी और हम पैराशूट की तरफ बढ़ गए।’

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Nil Kumar

Columnist

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

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आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक