सोनाली कुलकर्णी ने जेंडर इक्वालिटी पर दिया विवादित बयान:बोलीं- लड़कियां ऑफर देख रहीं हैं या इंसान, मुझे अब लड़कों पर तरस आता है

  • Mar 19, 2023
  • Pushpanjali Today

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दिल चाहता है सिंघम मिशन कश्मीर जैसी फिल्में कर चुकीं एक्ट्रेस सोनाली कुलकर्णी महिलाओं को लेकर दिए अपने बयान की वजह से कॉन्ट्रोवर्सी में फंस गई हैं। इस वीडियो में सोनाली फेमिनिज्म के बदले हुए ढंग पर बात कर रही हैं। ये सोनाली ने वीडियो इंटरव्यू पॉपुलर यूट्यूबर भूपेंद्र सिंह राठौर के चैनल पर दिया है।

खुद नहीं कमाते पर पैसों वाला लड़का चाहिए- सोनाली
इस वीडियो में सोनाली कह रही हैं कि भारत में बहुत सारी लड़कियां आलसी हैं, उनको ऐसा बॉयफ्रेंड चाहिए, या पति चाहिए जिसके पास अच्छी नौकरी हो, जिसके पास घर हो, जिसकी सैलेरी बढ़ना तय हो, अच्छे पैसे कमाता हो, पर उस लड़की में इतनी हिम्मत नहीं है कि वो ये कह पाए कि मैं क्या करूंगी जब तुम मुझसे शादी करोगे।

सोनाली बोलीं- मैं हर किसी से कहना चाहती हूं कि अपने घर की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाए, उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने लायक बनाए, ताकि वो न सिर्फ खुद अपना खर्च उठा सकें बल्कि अपने पार्टनर को भी सपोर्ट कर पाएं। अपने घर की लड़कियों को इस तरह से तैयार करें जो ये कह पाएं कि अगर फ्रिज खरीदना है तो आधे पैसे तुम दो, आधे मैं दूंगी।

लड़कियां ऑफर देख रही हैं या इंसान- सोनाली

सोनाली ने आगे कहा- मेरी एक दोस्त है। उनके बारे में ज्यादा नहीं बताऊंगी, लेकिन वो शादी के लिए लड़का ढूंढ रही थीं। उसने मुझसे कहा कि मुझे 50 हजार से नीचे की नौकरी करने वाला लड़का तो चाहिए ही नहीं, और अच्छा हो की वो अलग रहता हो। किसको चाहिए सास-ससुर की झंझट और उसके पास चार पहिया गाड़ी तो होनी ही चाहिए। मैंने कहा तुम किसी मॉल में आई हो क्या, तुम्हें लड़का चाहिए या फिर कोई ऑफर ? ये बहुत ही शर्मनाक है।

लड़के 20 साल की उम्र से पैसे कमा रहे हैं, लड़कियां सिर्फ खर्च करवाती हैं - सोनाली

सोनाली ने कहा- मेरे पति का कैंपस इंटरव्यू में सिलेक्शन हुआ था वो भी तब जब वो 20 साल के थे। उन्होंने कमाना शुरू कर दिया, ऐसा क्यों? जबकि लड़कियां 25-27 साल की उम्र तक भी सिर्फ सोचती रह जाती हैं और फिर कहती हैं सॉरी डार्लिंग इंडिया में हनीमून नहीं चाहिए। हनीमून होगा तो विदेश में ही होगा।

पैसे नहीं कमाना पर शिकायत करनी है- सोनाली

अब तो पूछो ही मत। डेस्टिनेशन वैडिंग है, प्री-वैडिंग शूट्स हैं। रील्स हैं, इन सबका खर्चा सिर्फ बॉयफ्रेंड या होने वाला पति ही उठाएगा। क्यों? अगर आपको ये ऐश-आराम की जिंदगी चाहिए तो आप क्या कमाओगी ?

फिर लड़कियां कहती हैं की तुमने मेरी तरफ ऐसे क्यों देखा ? ये थोड़ी न हक होता है ? आपको तारीफ भी नहीं चाहिए। आपको किसी ने अच्छा बोला तो आप एचआर को रिपोर्ट करोगे की पता है उन्होंने कहा की ऐसे कपड़े क्यों पहने ? अरे, बात तो सुन लो..इतनी क्यों एज पर रहती हो ?

सिर्फ खाना बनाने से खत्म नहीं होता काम, पति को छुट्टी भी दें - सोनाली

सोनाली ने खुद अपना उदाहरण देकर कहा- मैं परसेंटेज की बात नहीं कर रही हूं। सारी महिलाएं ऐसी नहीं होती हैं, लेकिन इस तरह का अग्रेशन और डिमांडिंग नेचर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। स्थिति को देखते हुए हम चीजों को बराबरी की तरफ क्यों नहीं लेकर जा सकते?

आप भी परिवार का जिम्मा उठा सकते हैं। बिल भरना सिर्फ आपके पति का काम तो नहीं है। आप बोलो न कभी की अगले छह महीने तुम्हें छुट्टी है। देखो क्या स्माइल मिलती है, मुझे ये कहने में गर्व महसूस होता है कि मैं अपनी लाइफ के सभी मर्दों की केयर करती हूं। कोई भी हो, क्योंकि जो भरोसा हम आपस में बांटते हैं, उससे मुझे लगता है कि मैं खाना बनाकर अपनी भावनाओं को एक्सप्रेस करती हूं। कोई भी हो, क्योंकि जो भरोसा हम आपस में बांटते हैं..उससे मुझे लगता है की मैं खाना बनाकर अपनी भावनाओं को एक्सप्रेस करती हूं।

मुझे लगता है कि आज उन सारी महिलाओं की जरूरत है जो ये कह पाएं कि हमें आरक्षण मिला है वो अलग बात है, वो सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन हमारी भी तो कुछ जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें हमें निभाना चाहिए- सोनाली


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Nil Kumar

Columnist

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

लेखक

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक