छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय आव्हान पर गरियाबंद जिले में वेतन विसंगति न्याय पदयात्रा क्रमिक आंदोलन का 24 मार्च को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया!जिसमें जिले के गरियाबंद, मैनपुर,छूरा,फिंगेश्वर,एवं देवभोग विकासखंड के सहायक शिक्षकों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया!और सरकार के वादा खिलाफी से नाराज होकर खूब नारेबाजी की!सहायक शिक्षकों ने बताया कि वे पिछले चार सालों से वेतन विसंगति दूर करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं!जिसके लिए सरकार ने तीन महीने में रिपोर्ट सौपने वाली कमेटी भी बनाई लेकिन वेतन विसंगति को दूर नही किया जा सका है!तथा वर्तमान बजट में भी प्रदेशभर के 109000 सहायक शिक्षकों को कुछ नही मिला!जिसके कारण सहायक शिक्षकों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है!जिसका खामियाजा आने वाले समय में सरकार को भुगतना पड़ सकता है!धरना प्रदर्शन में सहायक शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए खूब नारेबाजी करते हुए कहा कि"वेतन विसंगति दूर नही,अगली पारी मंजूर नही!इस मौके पर आंदोलन सभा के मुखअतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा एवं जिलाध्यक्ष कुमेंद्र कश्यप के नेतृत्व में गांधी मैदान से रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट गरियाबंद में पहुँचकर मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा गया!ज्ञापन में प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर वेतन विसंगति दूर करने की एक सूत्रीय मांग प्रमुख है!
धरना प्रदर्शन में जिले के पांचों विकासखंड के सहायक शिक्षक संवर्ग बड़ी संख्या में शामिल थे!