अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

  • Apr 05, 2023
  • Pushpanjali Today

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दमोह। कवि स्व. श्री प्रेमचंद जैन विद्यार्थी को समर्पित अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन युवक क्रांति संगठन के द्वारा स्थानीय उमामिस्त्री की तलैया में अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रथम चरण में दीप प्रज्जवलन डॉ.के.पी.अहिरवाल प्राचार्य शास.पी.जी.कॉलेज के मुख्य आतिथ्य कविता राय पार्षद,सतीश तिवारी जिलापंचायत सदस्य रजनी ठाकुर,पूर्व प्राचार्य डॉ.रेवा चौधरी, प्रोफेसर जी.पी.अहिरवार,डॉ.गौरव नायक,डॉ. अभय जैन,नन्हें सिंह ठाकुर सहायक संचालक शिक्षा ने करते हुये स्व.श्री प्रेमचंद विद्यार्थी एवं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया किया तत्पश्चात अतिथियों एवं कविगणों का स्वागत सुधीर विद्यार्थी, मनोज जैन,सौरभ विद्यार्थी,दिनेश प्यासी,लक्ष्मीकांत तिवारी, सुशील विद्यार्थी,अरूण जैन कोर्ट,दिलेश चौधरी, आशीष शाह,आदि ने किया। इस अवसर पर जहां विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान करने वाली प्रतिभाओं को सम्मापित किया गया। वहीं संघ लोक सेवा आयोग द्वारा भारतीय इंजीनियरिंग सेवाएं परीक्षा में रैंक 22 आने से रक्षा मंत्रालय भारत सरकार की नियुक्ति पर कु. आकांक्षा जैन को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संयोजक सुधीर विद्यार्थी ने स्व.श्री प्रेमचंद विद्यार्थी पर प्रकाश डाला अध्यक्ष दिनेश प्यासी ने युवक क्रांति संगठन की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का प्रारंभिक संचालन महा सचिव लक्ष्मीकांत तिवारी ने करते हुये कवि सम्मेलन का मंच संचालन शाजापुर से पधारें कवि अशोक नागर को सौंपा कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवियत्री काव्या मिश्रा ने सरस्वती वंदना से किया। कवियत्री बबीता चौबे ने कवि स्व. प्रेमचंद विद्यार्थी द्वारा रचित कविता गीत लिखूंगा अब मैं मित्रों आग और अंगार के से कवि सम्मेलन की शुरूआत की गई प्रारंभ मे स्थानीय कवि गणेश राय ने बुन्देली भाषा में प्रस्तुति दी।नोएडा दिल्ली से पधारें कवि प्रकाश गुप्ता ने बड़ा ही संगीन मामला आजकल हो गया है,रिश्तों मे भी मार्केट का दखल हो गया है।ने सभी को हंसने पर मजबूर कर दिया। रायसेन से पधारें दिनेश याग्निक ने अपीन रचना हम भी अगर नेता होते नर्मदा से रेता ढोते ने हास्य को और उचाईयों पर पहुंचाया,विदिशा से पधारें कवि पं. संतोश सागर ने अपनी हास्य रचना सियासी लोग बफादार नहीं हो सकते कभी यकीन के हकदार नहीं हो सकते। चंद सिक्कों मे जो अपनी जुबाने बन्द रखे, इतने गद्धार कलममकार नहीं हो सकते। कोटा राजस्थान से पधारें गीतकार कुंवर जावंेद ने मंच को उचाईयॉं प्रदान करते हुये अपनी रचना कोई हिन्दुत्व कि इस्लाम न पूछा जाये, मरने के बाद का अंजाम न पुूछा जाये। मेरी ऑंखों में पढ़ी जाये वतन की खुशबू,कौन हूं मुझसे मेरा नाम न पूछा जायें।इंदौर से पधारे ओज कवि ने अपनी रचना ड्रैगन के जबड़े भी देखों,अब तो तोड़े जाते है आतंकवाद के सारे अड्डे चुन चुन फोडे जाते है।सारी दुनिया जान चुकी है-बदल गया मेरा भारत,श्वेत कबूतर त्याग यहॉं अब चीते छोड़े जाते है। इसी तरह मंच का सफल संचालन करते हुये शाजापुर से पधारे कवि पं. अशोक नागर ने अमृत पाल के लिए कहा कि देश को क्या हम देह जलाने को शमशान नही देगें,गिद्धों को लाश खिला देंगे पर अग्नि दान नहीं देगें।भिंडरावाले के ख्यावों की भूख लिए मर जायेगा,खाल खींच के देगें पर खालिस्तान नहीं देगें। उपस्थित भारी जन समूह को हसने पर मजबूर कर दिया ।कवि सम्मेलन में भोपाल से पधारी कवियत्री सबीहा असर ने नोक झोक के साथ अपनी हास्य रचनाओं के माध्यम कवि सम्मेलन को गतिप्रदान की तो स्थानीय कवियत्री सुश्री काव्या मिश्रा एवं सुश्री बबीता चौबे ने अपनी रचनाओं के द्वारा सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रातः अल सुबह 4 बजे तक चले कवि सम्मेलन के सभी सहयोगियों का आभार संयोजक सुधीर विद्यार्थी ने मानते हुये आगामी आयोजनों में भी सहयोग की अपील की। कवि सम्मेलन में जहां आकर्षक मंच सज्जा,श्रोताओं की उपस्थिति सराहनीय रही। वहीं कार्यक्रम के दौरान सभी आगंतुक कविगणों,एवं सम्मानित हुई प्रतिभाओं की उपस्थिति के साथ अधिकतम श्रोताओं की मौजूदगी रहीं।

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Nil Kumar

Columnist

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका

राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक

कमल राठौर साहिल शिवपुर मध्य प्रदेश

लेखक

आशी प्रतिभा दुबे

स्वतंत्र लेखिका,स्वरचित मौलिक