कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य को दी गई आत्मीय विदाई
नवागत कलेक्टर मयंक अग्रवाल का हुआ स्वागत
दमोह। जिला प्रशासन की ओर से नवागत कलेक्टर मयंक अग्रवाल का स्वागत किया गया तो वही पूर्व में अपनी सेवाएं देने वाले कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य का विदाई समारोह समस्त अधिकारियों कि उपस्थिति आयोजित किया गया। इस अवसर पर विदा ले रहे कलेक्टर एस. कृष्ण चैतन्य ने कहा विदाई समारोह में सभी बहुत अच्छा बोलते है जिससे बहुत अच्छा महसूस होता है। सभी लोग आपके गुण के बारे में बोलते है। जो पहचान मिलनी चाहिए वह विदाई समारोह सभी लोग देते है। सभी वक्ताओं ने जो भी मेरे बारे में बोला है उनके हर एक शब्द के लिये मैं उनका धन्यवाद देता हूं। सभी लक्ष्यो को प्रशासन की टीम ने अच्छे तरीके से करने के प्रयास किये है। सभी चीजों में दमोह ने बाकी जिलों की अपेक्षा अच्छा काम किया है जिससे काम का बेहतर निष्पादन करने में आगे रहे है, यह आप सभी की मेहनत और समर्पण भाव से ही हुआ है। यही समर्पण भाव हम सभी को आगे भी लगातार रखने की जरूरत है। जिससे हम आम लोगों की जिन्दगी में बेहतर बदलाव ला सकेंगे, यही सभी से अपेक्षा की जाती है। नवागत कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कहा कि कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य हमारे बेचमेट भी है और मैं पहले से उनको जानता हूं। एस कृष्ण चैतन्य हमारे लिये एक मात्र सलाहकार थे कि यदि कोई नियम कायदा पूछना हो तो सीधे उन्ही के पास जाते थे क्योकि उन्हें नियम कानून का बहुत ही अच्छी जानकारी रहती थी। जैसा की सभी जानते होंगे कि एस कृष्ण चैतन्य कितने नियम के पक्के है। दवाब में भी बहुत अच्छे से काम करना एक मजबूत आदमी कि निशानी है जो गुण एस कृष्ण चैतन्य मे है। उन्होंने कहा एस कृष्ण चैतन्य ने जो नींव यहां पर रखी है मैं पूरी कोशिश करूंगा। एस कृष्ण चैतन्य यहां से बहुत ही अच्छा कार्यकाल निकाल कर जा रहे है, अब मनरेगा कमिश्नर बनेगें जिससे पूरे प्रदेश को वह मार्गदर्शन मिलेगा जो आप एक छोटे से जिले में दे पा रहे थे। मैं उन्हें आगे की यात्रा के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। जनसंपर्क अधिकारी वाई ए कुरैशी ने कहा कलेक्टर सर के साथ खट्टी नहीं मीठी-मीठी यादें भी हैं। सर ऊपर से जितने सख्त दिखते हैं अंदर से ही उतने नरम है। वे हमेशा परिवार के रूप में हम सभी को लेकर चलते थे, सर सभी को तुरंत ही सर्टिफिकेट दे देते थे कोई अच्छा करता था तो तुरंत वेरी गुड बोलते थे और गलत काम किया तो बोलने में कभी नहीं चूकते थे।