संवाददाता हेमचंद नागेश
विकासखंड मुख्यालय मैनपुर राजापड़ाव क्षेत्र के 8 ग्राम पंचायतों सहित 65 पारा टोला में तेंदूपत्ता तोड़ाई का कार्य शुरू नहीं हो पाया था जिसके कारण ग्रामीणों में मायूसी छाई हुई थी। गर्मी के सीजन में तेंदूपत्ता से जो आमदनी होती है। उसे कड़ी मेहनत से कमाया हुआ धन जो वरदान से कम नहीं होती है।
उस आमदनी से शादी ब्याह सोने चांदी सहित जीविकोपार्जन में विशेष रुप से खर्चा आदिवासी मूलनिवासी परिवार किया करते हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में आय का मुख्य स्रोत भी तेंदूपत्ता को माना जाता है इसलिए हरा सोना भी कहा जाता है।
राजापडाव क्षेत्र के ग्राम पंचायत अडगडी,शोभा, गोंना,कोकड़ी, भूतबेड़ा, कोचेंगा,गरहाडीह, गौरगांव एवं साहेबिनकछार पंचायत के कोदोमाली के अंतर्गत 31 तेंदूपत्ता फड़ जो अडगडी गोना,गौरगांव प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति के अंतर्गत आता है।
आज से तेंदूपत्ता तोड़ाई हुआ शुरू कहीं तो आज भी नहीं
राजापडाव क्षेत्र में आज से तेंदूपत्ता तोड़ाई शुरुआत हो गई है सुबह से ही बच्चे बूढ़े जवान सहित महिलाएं जंगलों की ओर पहुंचकर सावधानीपूर्वक तेंदूपत्ता की तोड़ाई करते हुए पाया गया। क्योंकि जंगली हिंसक प्राणियों का डर हमेशा बना रहता है।
कुछ कारणों से एक दो जगह तेंदूपत्ता तोड़ाई शुरू नहीं होने की जानकारी मिल रही है।
बेमौसम बारिश आंधी तूफान ओलावृष्टि से तेंदूपत्ता के तोड़ाई समय पर नहीं हो पाया जिसके कारण पत्ते कठोर और पत्तों में छेद से वनवासियों को इस वर्ष नुकसान ही उठाना पड़ेगा। समितियों में भी नियत तिथि सहित मात्रा लक्ष्य से कम तेंदूपत्ता आने की संभावना को नहीं नकारा जा सकता। सीधा असर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीविकोपार्जन पर पड़ेगा।