(बरुड़ निकट बेजापुरा)
सदगुरु कबीर दास जी कहते हैं कि तीरथ जाए मिले फल एक
संत मिले फल चार,
सदगुरु मिले फल अनेक तिनकों करो विचार।
सच्चे संतो का सत्संग ही चलता फिरता प्रयागराज है,गंगा में डुबकी लगाने से एक फल मिलता है लेकिन सत्संग में डुबकी लगाने से अनेक फलों की प्राप्ति होती है। मानव उत्थान सेवा समिति आश्रम खरगोन से आए संत महात्मा धारा बाइजी ने सत्संग समारोह बेजापुरा में आयोजित कार्यक्रम में सुनाए।
कार्यक्रम में मानवाधिकार के जिलाध्यक्ष कमल कुमार गांगले,कमल निहाले,कृष्णलाल सेन, राधा गांगले, अन्नपूर्णा भालसे, रमेश मेहता,संजू बामनिया आदि श्रद्धालुओ ने सत्संग का अमृतपान किया।