भिंड जिले के सूरपुरा के जलुआपुरा गांव में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के आज दुसरे दिन अऩतरराष्ट्रीय कथा वाचक क्षी श्याम जी महाराज श्री धाम वृंदावन के मुखारविंद से महाभारत में जब राजा परीक्षित नगर भ्रमण पर निकले उसी समय रास्ते में गाय और बैल रो रहे थे उनके पीछे एक काली किस्म आदमी पीछे पड़ा हुआ था उसको देख कर राजा ने अपनी तलवार निकल ली तो वह आदमी पैरों में गिर गया कहा कि मैं कलयूग हूं महराज मुझे भी रहने के लिए जगह दो में कहां रहू महाराज जी बताया इन चीजों में रह सकते हो कलयूग मदिरापान,जुआ, वेश्यावृत्ति, क्रोध , एवं सोने में आदि जगह पर कलयुग का निवास रहता है कथा की परीक्षात विटटी पत्नी अभिलाख सिंह बरुआ संयोजक राकेश वरुआ , संतोष शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, सी पी तिवारी, कथा सुनने पहुंचे ब्रज भूषण सिंह कुशवाह वरिष्ठ पत्रकार, मालनपुर जय सिंह राजावत, यशपाल सिंह, समस्त क्षेत्र व ग्रामवासी यो कथा श्रवण की एवं आनंद लिया