अध्यक्ष पद जो वास्तव में आशा, सद्भाव, शांति और स्थिरता का प्रतीक है, भारत की G20 अध्यक्षता है - डॉ. आशुतोष पाठक

  • May 22, 2023
  • Mr.Nil Kumar Gujrat

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अध्यक्ष पद जो वास्तव में आशा, सद्भाव, शांति और स्थिरता का प्रतीक है, भारत की G20 अध्यक्षता है - 

डॉ. आशुतोष पाठक 


निल कुमार, दैनिक पुष्पांजलि टुडे ब्यूरो पाटन


गुजरात। युवा खेल एवम् सांस्कृतिक गतिविधियां विभाग और स्वामी विवेकानंद गुजरात राज्य युवा बोर्ड, गांधीनगर के संयुक्त तत्वावधान मे वागडोद आई.टी.आई.टी.आई, में जी20 - शिखर सम्मेलन तहत युवा - 20 युवा संवाद कार्यक्रम में डॉ. आशुतोष पाठक ने युवा संवाद के पांच विषयों पर विचारोत्तेजक व्याख्यान दिया। और G20 क्या है इसके बारे में विशेष ज्ञान दिया और आमंत्रित राष्ट्रों के साथ-साथ इसके सदस्य देशों के अलावा कौन कौन से अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को आमंत्रित किया गया है और 1999 में G20 की स्थापना से लेकर इसके उन्नत विकास तक की तस्वीर पेश की। युवा संवाद कार्यक्रम में डाॅ. पाठक ने युवाओं को 21वीं सदी के कौशल और टिकाऊ रोजगार और मेक इन इंडिया के महत्व और व्यवसाय में नवाचार के बारे में एक अनूठी अंतर्दृष्टि प्रदान की।

ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में बोलते हुए, डॉ. पाठक ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने के लिए हमें उत्सर्जन को नियंत्रित करना होगा और स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाले युवा छात्रों को अपने अध्ययन परिसर में कोई एक पेड पौधारोपण और विशेष रूप से फलदार पेड़ लगाना चाहिए और उसका पालन-पोषण करना चाहिए और स्वदेशी पेडोको महत्व देने की वकालत की. साथ ही वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा के साथ-साथ उन्होंने मियावाकी पद्धति से पिंपल, बरगद, आसोपलाव आदि पेड़ों को बोना चाहिए उसकी हिदायत दि और भी चर्चा की। युवाओं में नागरिकता और देशभक्ति की भावना विकसित करने के लिए युवा संवाद में लोकतंत्र में युवाओं के योगदान पर चर्चा की, संसदीय लोकतंत्र और राष्ट्रपति लोकतंत्र के अंतर पर चर्चा की, युवाओं को जनप्रतिनिधियों के गुणों से अवगत कराया और युवाओं को जागरूक किया की वर्तमान वैश्विक ध्रुवीकरण की स्थिति में विश्व शांति के प्रति भारत का रवैया हाल की परिस्थीती मे क्या है।


साथ ही जब पूरा विश्व वैश्विक कोविड-19 महामारी की पीड़ा से जूझ रहा था तब कोविड-रोधी टीके की उपलब्धता और भारत का उसमे प्रदान क्याथा उसकीभी चर्चा की एवम् प्रथम सुख शारीरिक तंदुरुस्ती है ईस कथन की सच्चाई बताते हुए पौष्टिक आहार का महत्व और बाजरा वर्ष अर्थात बाजरा, ज्वार, मक्का और रागी जैसे अनाजों का वर्ष मनाया जा रहा है तब एसे खाद्यान्नोकी महत्ता क्या उससे सभीको अवगत कराया गया।जबकि इस प्रकार के अनाज का स्वास्थ्य के लिए शारीरिक स्वास्थ्य में बहुत महत्व है और एसे मोटे अनाज से आंत को जो फाइबर मिलता है, वैसा पोषण किसी अन्य बाहरी पोषक पूरक खाद्य तत्व से नहीं मिलता है।


 ईस बौध्दिक कार्यक्रम मे सरस्वती तालुका विकास अधिकारी श्री लिम्बाचिया साहिब, उप मामलतदार श्री. आशीषभाई चौधरी, आईटीआई प्रशिक्षक श्री. राणा साहिब, युवा भाजपा अध्यक्ष श्री भरतजी ठाकोर, सरस्वती तालुका, आई.टी.आई. के कर्मचारी व अन्य पदाधिकारी व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

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