30 करोड़ से बन रही सडक़ एक माह भी नहीं टिकी, भ्रष्टाचारियों पर हो एफआईआर दर्ज वरना धरना देंगे
कहा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने
रघुवर दयाल गोहिया
सीहोर। मुख्यमंत्री के गृह जिले में इन दिनों कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं के तेवर बागी नजर आ रहे हैं। इससे पार्टी संगठन कमजोर हो रहा है और पदाधिकारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हाल ही में भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व नपा अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित सीहोर-श्यामपुर सडक़ एक माह में ही उखड़ जाने पर विधायक सहित जिम्मेदारों पर सवाल उठाये हैं। उन्होने यह भी कहा है कि अगर 5-6 दिनों में इसकी जांच कर दोषियों पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो वह स्वयं उखड़ी हुई सड़क पर जाकर धरना देंगे।
ज्ञात रहे कि सीहोर से श्यामपुर तक नई तकनीक एफडीआर (फुल डेप्थ रिक्लेमेशन) से बन रही सडक़ एक माह भी नहीं टिक पाई है। 30 करोड़ की लागत से बन रही इस सडक़ पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसी कौन सी नई तकनीक से सडक़ बन रही थी जो एक माह भी नहीं टिक सकी है। अभी तो इस सडक़ का काम भी पूरा नहीं हुआ है और पहली ही बारिश से सडक़ उखड़ गई है। श्री अरोरा ने कहा है कि इस 30 करोड़ की सडक़ में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है, कमीशनखोरी हुई है। इशारों ही इशारों में उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं सडक़ निर्माण करने वाली एजेंसी के जिम्मेदारों पर भी इसका आरोप लगाया है। श्री अरोरा ने मुख्यमंत्री, पीडब्ल्यूडी मंत्री एवं कलेक्टर से सडक़ निर्माण करनेे वाले ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेशभर में जीरो टॉलरेंस करने की कवायद में जुटे हुए हैं। खुद 18-18 घंटे काम कर रहे हैं। भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनानेे के लिए दिन-रात जुटे हुए हैं। ऐसे में उनके गृह जिले सीहोर में इस तरह का भ्रष्टाचार होना कहीं न कहीं मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पनी फेरना है, इसलिए उन्होंने जिला प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की अपील भी की है। श्री अरोरा ने कहा है कि यदि प्रशासन एवं जिम्मेदार ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं करेंगे, एफआईआर नहीं करेंगे तो वे इस मामले को लेकर धरने पर बैठेंगे।
श्री अरोरा के बयान से भाजपा में खलबली मची हुई है और कांग्रेस को घर बैठे ही मुद्दा मिल गया है। इसके चलते जिला कांग्रेस कमेटी ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और मंहगाई के मुद्दे को लेकर कोतवाली चौराहा पर धरना प्रदर्शन भी शनिवार को किया है। इसमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. बलबीर तोमर, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, वरिष्ठ कांग्रेस नेता केके मिश्रा, महेश दयाल चौरसिया, अभय मेहता, ओम दीप सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन और भाजपा अपने ही नेता के इस तीखे हमले से किस प्रकार निपटती है।