कोरोना काल में मनरेगा में हुए हैं करोड़ों के फर्जी भुगतान
गोहद। विधायक मेवाराम जाटव ने भिंड कलेक्टर को गोहद जनपद पंचायत में कोरोना काल के समय मनरेगा के माध्यम से भारी भ्रष्टाचार किया गया, भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन मैं आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ज.प.गोहद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा दो वर्ष पूर्व कोरोना काल में मनरेगा कार्य का फर्जी मूल्यांकन व फर्जी बिल लगाकर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है। चूंकि कोरोना काल में कोई मजदूर उपलब्ध नहीं था इसलिए धरातल पर कोई कार्य हुए ही नही है सिर्फ कागजों में कार्य पूर्ण कर फर्जी बिल लगाकर करोड़ों रूपये का घोटाला किया गया है। इसके अलावा जनपद पंचायत सी.ई.ओ. द्वारा मोटी रकम लेकर ठेकेदारों, फर्मों आदि को पुल निर्माण, तालाव निर्माण, नाले निर्माण, सुदूर सड़क योजना आदि कार्यों का जनपद पंचायत सीईओ की मिली भगत से फर्जी भुगतान किया गया वह धरातल पर कहीं हुए ही नहीं है उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि ग्राम पंचायतों से भी शिकायतें प्राप्त हो रही है कि जनपद द्वारा फर्जी बिल बनाकर लूट की जा रही है। विधायक जाटव ने ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हुए कि फर्जी भुगतान की हेतु पांच सदस्यीय कमेटी बनाकर फर्जी बिलों व शिकायतों की उच्चस्तरीय जांच कराई जावे तथा दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए तथा जांच के उपरांत ही भुगतान किया जावे। उन्होंने कहा कि अन्यथा की स्थिति में धरना प्रर्दशन एवं घेराव की कार्यवाही करने के लिये मजबूर होना पड़ेगा। शिकायती पत्र की प्रीति मुख्यमंत्री एवं पंचायत मंत्री को भेजी गई है।