जनप्रतिनिधियों ने मस्जिदों में पहुंचकर दी मुबारकबाद।
गोहद। नगर में ईद उल अजहा का तोहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया लोगों ने मस्जिदों में जाकर ईद उल अजहा की 2 रकात नमाज छः तकबीरों व खुतुवा सुनकर आदा की। नमाज के पश्चात देश में अमन चैन, खुशहाली, भाईचारा, लोगों की सलामती आदि के लिए दुआएं की गईं, सर्वप्रथम 7:30 बजे खपरिया मस्जिद, 7:45 बजे मस्जिद दारूगरान एवं दरगाह बाबा कपूर मस्जिद, 8:00 बजे ईदगाह मस्जिद, 8:15 बजे बारिश अली की (छोटी) मस्जिद, 8:30 कादरी मस्जिद इसी प्रकार गोहद चौराहे की मस्जिदों में नमाज अदा की गई। नमाज के पश्चात जनप्रतिनिधियों ने मस्जिदों में पहुंचकर लोगों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी। जिसमें कांग्रेस के नेता केदार सिंह कौशल ने मस्जिदों में पहुंचकर लोगों के गले मिलकर उन्हें मुबारकबाद दी। नमाज के पश्चात जिन लोगों के यहां कुर्बानियां होनी थी उनके यहां कुर्बानी की गई।
चाक-चौबंद रही सुरक्षा व्यवस्था- ईद-उल-अजहा के मौके पर पुलिस प्रशासन के द्वारा नगर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए जिसमें प्रत्येक मस्जिद एवं चौराहों पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई। नगर पालिका के द्वारा भी मस्जिदों पर टैंकरों से पानी की व्यवस्था व साफ सफाई एवं खड़िया डाल कर मस्जिदों के आसपास मार्किंग कराई गई।
चौपट रही विद्युत व्यवस्था- ईद-उल-अजहा के मुबारक मौके पर रात्रि 3:00 बजे से नगर के अधिकांश हिस्सों की विद्युत व्यवस्था ठप हो गई, क्योंकि डाक बंगला फीटर की विद्युत सप्लाई रात्रि 3:00 बजे से बाधित होकर जो सुबह 7:15 बजे बहाल हो सकी, नगर की सभी मस्जिदें की विद्युत सप्लाई डाक बंगला फीटर से होने की वजह से इन मस्जिदों में अंधेरा पसरा रहा और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, मस्जिदों में ईद उल अजहा की नमाज की तैयारियों में भी खलल पडा।
वर्जन 1 -: हमारी सब से गुजारिश है कि ईद-उल-अजहा का त्यौहार सही तरीके से मनाएं किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें, कुर्बानी करते समय सफाई का ध्यान रखें, खून वगैरह को नालियों में न वहाएं जिससे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
मोहम्मद शालिंम साहब
पेश इमाम खपरिया मस्जिद गोहद
वर्जन 2 -: आज के दिन मुसलमान नमाज पढ़कर खुशी मनाते हैं इसके अलावा कुर्बानी भी की जाती है कुर्बानी इब्राहिम अलैहिस्सलाम की याद मैं की जाती है जो इस्लाम का अहम हिस्सा है आज के दिन नमाज के बाद कौम व वतन के लिए दुआएं की गई, हम सब की यही दुआ है कि हमारा वतन शांति व सद्भाव का पूरी दुनिया के अंदर केंद्र बने।
रईसउद्दीन हाशमी
शहर काजी गोहद