गोहद। नगर पालिका परिषद गोहद द्वारा आहूत बैठक जिसमें 99 बिंदु शामिल थे यह बैठक मात्र 20 मिनट में सम्पन्न हो गई। गोहद नगर पालिका की 18 सदस्यों वाली परिषद में 15 पार्षदों ने हस्ताक्षर किए है लेकिन काग्रेस पार्षद शैलेंद्र दशरथ सिंह गुर्जर ने नगर पालिका सीएमओ एवं अध्यक्ष पर मनमानी करने के गम्भीर आरोप लगाये है जनता के प्रतिनिधियों से हक छीनने का आरोप लगाया और इसके बाद नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर धरना पर बैठ गए वो नगर पालिका एक्ट भी साथ लेकर आये थे।
नगर पालिका परिषद की बैठक आहूत की गई जिसका एजेंडा विधिवत 7 दिवस पहले पार्षदों को वितरित किया गया तथा 19 जुलाई को 10:30 बजे उपस्थित होने की अपील की गई। बैठक में अध्यक्ष मंजू जगदीश माहौर, उपाध्यक्ष सुनील कांकर सहित 15 पार्षदों ने 99 बिंदुओं पर 20 मिनट में आमसहमति से निर्णय लेकर बैठक सम्पन्न हो गई। यहां काग्रेस पार्षद शैलेंद्र दशरथ सिंह गुर्जर ने सीएमओ सुरेंद्र शर्मा से कहा कि एजेंडा में 99 बिंदु थे फिर बैठक इतनी जल्दी सम्पन्न कैसे हो गई क्या इतने कम समय मे बैठक सम्पन्न हो सकती है जिसमें 99 बिंदुओं और फिर मेरे द्वारा लिखित में वार्ड से सम्बंधित कार्य को शामिल करना था। वो शामिल क्यो नही किये गए जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि को उसके हक से वंचित क्यो किया जा रहा है उन्होंने कहा कि गोहद नगर पालिका भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है यहां पार्षद को किसी भी फाइल का अवलोकन करने का अधिकार नही है मांगने पर फाइल नही दिखाई जाती अभी तक संपन्न बैठकों में स्वीकृत कार्यों के संदर्भ में समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी बैठक को तीन माह गुजर गए लेकिन अमल नही हुआ। वही सीएमओ कहते है कि पार्षदों को प्रश्न करने का अधिकार नही है। जबकि एक्ट में स्पष्ट उल्लेख है कि पार्षद अपने वार्ड की समस्या निराकरण के लिए प्रश्न कर सकता है यहां काग्रेस पार्षद शैलेंद्र दशरथ सिंह सीएमओ के जबाब से संतुष्ट नही हुए और धरने पर बैठ गए। धरने पर 13 के पास से शैलेंद्र दशरथ सिंह गुर्जर के साथ, वार्ड 14 से राघवेंद्र भार्गव, वार्ड 10 से मीना बेगम थीं, वही उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर चुके वार्ड 2 के पार्षद गीता बहादुर सिंह, वार्ड 8 की पार्षद जयदेवी प्रजापति एव वार्ड 17 के पार्षद मंजू प्रमोद कामत ने भी शैलेंद्र दशरथ सिंह गुर्जर का साथ दिया। बैठक में गोहद नगर में सार्वजनिक स्थान पर पूर्व विधायक स्व माखनलाल जाटव की प्रतिमा स्थापित करने एव वार्ड 16 गांधी नगर में प्रवेश द्वार एव नगर में स्मार्ट वाचनालय खोलने के साथ 99 प्रस्तावों को पारित किया गया।
धरने के बाद कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन- कलेक्टर के नाम एसडीएम के मार्फत राजस्व निरीक्षक विनोद सिंह तोमर को ज्ञापन सौंपकर धरना स्थगित किया गया। ज्ञापन में बताया गया कि वार्ड नंबर 17 की पार्षद मंजू प्रमोद कामत द्वारा आरोप लगाया गया कि 10 मिनट में 99 बिंदुओं पर बगैर चर्चा के मीटिंग कैसे समाप्त हो गई जिसमें वार्ड नंबर 10 के पार्षद मीना बेगम, वार्ड नंबर 8 की पार्षद जय देवी प्रजापति, वार्ड नंबर 13 के पार्षद शैलेंद्र दशरथ सिंह एवं वार्ड नंबर 14 के पार्षद राघव भार्गव मंजू प्रमोद कामत की बात से सहमत रहे। पांचों पार्षदों एवं एक पार्षद पुत्र ने कलेक्टर के नाम से दिए गए ज्ञापन में मांग की है कि नगर हित में 99 बिंदुओं पर बगैर चर्चा के मीटिंग समाप्त करना यह लोकतंत्र की हत्या है एवं चुने हुए प्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन है। आप संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करें।
वर्जन- नगर में हर बार का यही रवैये है यहां पार्षदों का कोई सम्मान नही है क्या हम आपके नाश्ता के भूखे है हम जनता के प्रतिनिधि है हम जनता की समस्या को नही उठायेंगे तो हम जनता के विच कैसे जायेगे।
मीना बेगम पार्षद वार्ड 10
मुझसे गुमराह कर रजिस्टर पर हस्ताक्षर कराए गए में जब परिषद हाल में पहुंची तो बैठक सम्पन्न हो गई थी में कम पढ़ी लिखी हूं मुझे गुमराह किया गया।
जयदेवी प्रजापति पार्षद वार्ड 8
निश्चित समय पर पार्षद उपस्थित हो चुके थे बैठक आरम्भ हुई चुंकि परिषद की सहमति थी इसलिए समय भी कम लगा अगर पार्षद शैलेंद्र का कोई प्रश्न है तो उसे अगली बैठक में शामिल कर लेंगे इसके अलावा उनके द्वारा जो जानकारी मांगी गई है वो निश्चित समय मे प्रदान की जाएगी।