डिप्टी कलेक्टर निकिता मंडलोई ने उत्तर वैदिक काल पर शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय में सुबह 8 बजे से 11 बजे तक छात्र छात्राओं को समझाने लेक्चर दिया। इस दौरान प्राचार्य डॉ. गोविंद सिरसाटे, विकास हमर सम्मान निःशुल्क कोचिंग के संयुक्त संचालक सोनू प्रकाश प्रजापति, सहायक संचालक बलराम प्रजापति और छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
डिप्टी कलेक्टर निकिता मंडलोई ने कहा कि इतिहास से हमे अतीत के बारे मे पता चलता है, किस तरह से सभ्यता का जन्म हुआ है। पाषाण काल से धीरे धीरे सभ्य समाज बनता गया। उत्तर वैदिक काल के बारे में साहित्यिक साक्ष्यों से पता चलता है जैसे उपनिषद, मुण्डकोपनिषद से सत्यमेव जयते लिया गया है। इसी तरह दो महाकाव्य महाभारत और रामायण के बारे में वर्णन मिलता है। महाभारत का प्राचीन नाम जयसंहिता हैं। सुश्री मंडलोई ने बताया कि मगध का उत्कर्ष हर्यक वंश से होता है। जिसकी स्थापना बिंबिसार द्वारा की गई, मगध के उत्कर्ष पर विस्तार से चर्चा की गई।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा की पहल और आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा के डायरेक्टर परीक्षित भारती के सहयोग से यूपीएससी एवं एमपीपीएससी निःशुल्क कोचिंग क्लासेज निरंतर संचालित हो रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 22 फरवरी 2023 को "विकास हमर सम्मान" निःशुल्क कोचिंग क्लासेज का शुभारंभ भव्य समारोह में किया गया था।