✍️विवेक तिवारी सम्भागीय ब्यूरो रीवा
➡️मिनर्वा ने सुपर स्पेशलिटी के डॉक्टरों पर नहीं किया भरोसा, नहीं काम आई चंडीगढ़ की कोई भी डिग्री
➡️टशन बनाने के चक्कर में 8 लोगों की टीम ने किया फेलुअर ऑपरेशन
रीवा। सूत्रों की मानें तो यहां कार्डियक थोरेसिक सर्जन मौजूद नहीं है। फिर भी आपरेशन की तैयारी शुरू कर दी गई। डॉक्टरों को गोली कहां फंसी और धंसी है। इसका भी अंदाजा नहीं था। थाना प्रभारी आपरेशन की कंडीशन में ही नहीं थे। कार्डियक थोरेसिक सर्जन की पूर्ति के लिए सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन उनकी राय नहीं ली गई। मिनर्वा के डॉक्टरों ही सारे निर्णय लेते गए। जब सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉक्टर की बात नहीं सुनी गई तो वह वहां से वापस लौट गए। इसके बाद भी थाना प्रभारी का आपरेशन मिनर्वा की टीम ने कर दिया और गोली निकालने में फेल हो गए।
मिनर्वा के डॉक्टरों को लगा कि गोली ऊपर ही है और उसे तुरंत निकाल लेंगें। जब आपरेशन किए तो गोली मिली ही नहीं। इसके बाद ही इनकी आंखे खुली और बाहर से डॉक्टर बुला रहे हैं।
इसमें कार्डियक सर्जर, प्लास्टिक सर्जन, एनेस्थीसिया एक्सपर्ट, जनरल सर्जन, पिडियाट्रिक सर्जन आदि शामिल थे।