शिवपुरी - बीते 5 अगस्त को सरस्वती यादव निवासी ग्राम अतवेई (पोहरी) हाल निवासी पी.एस. होटल के पास शिवपुरी कक्षा 12 वीं की कोचिंग से पढकर लोटते समय पुलिस लाईन शिवपुरी के पास पुलिस वाहन के चालक ने तेजी व लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर छात्रा में टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही छात्रा की मृत्यु हो गई। पुलिस वाहन चालक का अमानवीय कृत्य यह रहा कि मृतक अवस्था में छात्रा को छोड़कर गाड़ी लेकर मौके से भाग गया । इस दर्दनाक घटना से संपूर्ण शहर शिवपुरी की सभी जनता जर्नादन में दुख व्याप्त होकर आक्रोश है। छात्रा सरस्वती का परिवार इस समय बहुत ही दुखी एवं दयनीय आर्थिक हालत में है।
ज्ञापन में रखी छात्रा क़े भाई को सरकारी नौकरी की मांग।
मृतक छात्रा सरस्वती क़े परिवार की मदद हेतु उसके बड़े भाई जो स्नातक की शिक्षा प्राप्त किये हुए हैं। उसे शासकीय सेवा नियुक्ति दिलाई जाये एवं क्षतिपूर्ति राशि परिवार के लिए एक करोड रूपये प्रदान कराने क़े लिए रखी माँग।
पुलिस क़े किसी भी वाहनों का नहीं है बीमा।
जहाँ एक तरफ आम जनता अपने वाहनों का बीमा इस लिए करवाती है जिससे उनके वाहनों को पुलिस ना पकड़े वही जब
पुलिस वाहन से छात्रा सरस्वती की मृत्यु हुई है, उस वाहन का बीमा भी नहीं है। म. प्र. पुलिस के सभी वाहन बिना बीमा के ही रोड पर दौड़ते है। जिसका परिणाम सरस्वती जैसी कन्याओं की मृत्यु के बाद किसी भी प्रकार का बीमा राशि का मिलना असंभव है। पुलिस विभाग शासन के गृह विभाग के अंतर्गत आता है। गृह मंत्री म.प्र.शासन द्वारा पुलिस के वाहनों का बीमा क्यों नहीं करया जाता क्या नियम सिर्फ गरीब जनता क़े लिए ही बनाये जाते है पुलिस क़े लिए कोई नियम क्यों काम नहीं करता।
अखिल भारतवर्षिय यादव महासभा क़े जिला अध्यक्ष नारहरि प्रसाद यादव ने बतया की
यदि बेटी सरस्वती को तीन दिन में न्याय नहीं मिलता तो धरना, हड़ताल, रैली और भूक हड़ताल भी की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होंगी क्योकि यह कोई पहली घटना पुलिस वाहन क़े द्वारा नहीं घटी। कई ऐसे मामले है जिसमे पुलिस वाहन से एक्सीडेंट हो जाता है और वाहनों का बीमा ना होने क़े कारण पीड़ित परिवार को क्लेमप की राशि नहीं मिलती है।