विजयपुर के सहसराम में सरकारी स्कूल भगवान के भरोसे चल रहे हैं यहां पर शिक्षक पदस्थित तो हैं मगर रजिस्टर में साइन कर कर चले जाते हैं और 6 शिक्षक 12 अतिथि पदस्थ हैं शिक्षकों की मनमानी से 450 विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में नजर आ रहा है विद्यालय में महज 10/ 20 छात्र ही इधर-उधर घूमते नजर आए छात्रों से पूछने पर पता चला कि हम लोग यहां पढ़ने आते हैं पर हमें कोई पढ़ता नहीं है कोई भी टीचर विद्यालय नहीं आते हैं 8 दिन में 10 दिन में एक बार आते हैं और एक दूसरे के हस्ताक्षर करके आधा घंटे में ही वापस चले जाते हैं जाते हैं प्रिंसिपल श्री जगदीश वर्मा कभी विद्यालय नहीं आते सिर्फ शाम के समय आते हैं जब कभी आते हैं और अपने दोस्तों के साथ रात-रात भर पार्टी करते हैं विद्यालय में ना ही तो कोई खेल की सामग्री उपलब्ध पाई गई नही कहीं लैब चलती मिली लैब का सामान तक स्कूल में नहीं है और किसी भी प्रकार की व्यवस्थाएं विद्यालय में छात्रों के लिए नहीं थी जबकि हाई सेकेंडरी स्कूल के लिए शासन लाखों रुपए जारी करता है और विभाग के अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है