बेंगलुरू। सीरवी समाज ट्रस्ट कर्नाटक बलेपेट वडेर भवन में चातुर्मास विराजित संत रामप्रकाश महाराज ने कथा के दौरान कहा कि कलयुग में हम जैसे साधारण लोगों के लिए मीरा का चरित्र आदर्श चरित्र है। सतयुग, त्रेता और द्वापर युग के भक्तों के साध्य युक्त चरित्रों का अनुकरण करना कठिन है, पर कलयुग में हरि नाम और भक्तवंत मीराबाई जैसी महाभक्तों की भक्तिमय कथा के श्रवण से भगवत कृपा प्राप्त की जा सकती है। कथा के दौरान कथावाचक संत रामप्रकाश ने मीरा के पूर्व जन्म की कथा का वर्णन किया। इस कार्यक्रम में बलेपेट वडेर के पूर्व सचिव नारायणलाल लचेटा ने कथा के दौरान "मिठे रच सु भरियोड़ी राधा राणी लागे" ओ म्होनें काळों-काळों जमना जीरों पाणी लागें"" राजस्थानी भजनों की प्रस्तुति पर महिलाओं ने भक्तिमय होकर नृत्य किया। इस अवसर पर वडेर के अध्यक्ष हरीराम गेहलोत, सचिव अमराराम चोयल, उपाध्यक्ष अन्नाराम परिहारिया, सह-सचिव भंवरलाल गेहलोत, शेषाराम भायल, ओमप्रकाश बर्फा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे